भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से क्रेमलिन में मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर विस्तार से चर्चा की। रक्षा मंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि दोनों देशों के बीच मित्रता का संबंध बेहद गहरा और मजबूत है, जो समय-समय पर दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करता है।
S-400 डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी पर चर्चा
बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने S-400 डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी पर भी चर्चा की। रूस ने पहले ही तीन रेजिमेंट्स की आपूर्ति पूरी कर दी है, जबकि शेष यूनिट्स की आपूर्ति में देरी हुई है। राजनाथ सिंह ने इन मिसाइल प्रणालियों की जल्द आपूर्ति का आग्रह किया और भारत में इनकी रखरखाव सेवाओं की पूर्णता पर भी जोर दिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध और वैश्विक सुरक्षा
रक्षा मंत्री ने पुतिन के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध के वर्तमान हालात पर भी बातचीत की। इस संदर्भ में दोनों नेताओं ने मध्य एशिया और सीरिया जैसे क्षेत्रों की सुरक्षा स्थिति पर विचार-विमर्श किया।
रूसी रक्षा मंत्री से भी मुलाकात
राजनाथ सिंह ने अपने रूसी समकक्ष, रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव से भी मुलाकात की। उन्होंने भारत और रूस के बीच सैन्य संवाद को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। बेलौसोव ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के बीच विश्वासपूर्ण संबंध द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
भारत और रूस के भविष्य संबंध
राजनाथ सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत हमेशा रूस के साथ खड़ा रहेगा और दोनों देशों के बीच साझेदारी भविष्य में और भी मजबूत होगी। उन्होंने दोनों देशों के रिश्तों को सिर्फ रक्षा क्षेत्र तक सीमित न रखते हुए वैश्विक रणनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम बताया।
निष्कर्ष
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रपति पुतिन की यह मुलाकात भारत और रूस के बीच रणनीतिक और रक्षा साझेदारी को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। S-400 मिसाइल प्रणाली और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा से दोनों देशों के रिश्तों में और भी गहराई आएगी।