YEIDA: जेवर एयरपोर्ट के पास 450 प्लॉट्स के लिए एक लाख से ज्यादा आवेदन
जेवर एयरपोर्ट के पास 450 प्लॉट्स के लिए एक लाख से ज्यादा आवेदन
YEIDA की प्लॉट स्कीम पर जबरदस्त रिस्पांस
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल अथॉरिटी (YEIDA) द्वारा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास निकाली गई हाउसिंग प्लॉट्स स्कीम पर अभूतपूर्व रिस्पांस देखने को मिला है। 451 प्लॉट्स के लिए कुल 1.12 लाख आवेदन आए हैं, जिससे यह स्कीम जबरदस्त चर्चा का विषय बन गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, केवल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से ही YEIDA को करीब 4,800 करोड़ रुपये की कमाई होने का अनुमान है।
प्लॉट्स के साइज और कीमतें
YEIDA द्वारा दिए गए प्लॉट्स पांच अलग-अलग साइज में उपलब्ध हैं—120 वर्ग मीटर, 162 वर्ग मीटर, 200 वर्ग मीटर, 250 वर्ग मीटर और 260 वर्ग मीटर। इन प्लॉट्स की कीमत 25,900 रुपये प्रति वर्ग मीटर निर्धारित की गई है। उदाहरण के लिए, सबसे छोटे 120 वर्ग मीटर के प्लॉट की कीमत 31.08 लाख रुपये है, जबकि सबसे बड़े 260 वर्ग मीटर के प्लॉट की कीमत 67.34 लाख रुपये है।
200 वर्ग मीटर वाले प्लॉट्स के लिए आई सबसे ज्यादा आवेदन
प्लॉट्स के लिए आए आवेदन के आंकड़ों के मुताबिक, 200 वर्ग मीटर वाले प्लॉट्स के लिए सबसे ज्यादा 48,266 आवेदन प्राप्त हुए, जबकि 260 वर्ग मीटर के प्लॉट्स के लिए सबसे कम 1,333 आवेदन आए।
जेवर एयरपोर्ट का तेजी से विकास
जेवर एयरपोर्ट, जो 1,334 एकड़ में फैला हुआ है, देश के सबसे तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट मार्केट्स में से एक बन चुका है। यह एयरपोर्ट साल 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इस विकास से जुड़ी प्रमुख परियोजनाओं में मेट्रो विस्तार, इंटरनेशनल फिल्म सिटी और अन्य बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। पिछले 5 सालों में इस क्षेत्र में भूमि की कीमतों में 40% का इजाफा हुआ है, और अनुमान है कि 2030 तक यह 50% और बढ़ेगी।
भूमि की कीमतों में निरंतर वृद्धि
जेवर क्षेत्र में भूमि की कीमतों में तेजी से वृद्धि हो रही है। 2020 में भूमि की कीमत 5,000 रुपये प्रति वर्ग फीट थी, जो 2024 में बढ़कर 7,000 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है। इसके अलावा, 2030 तक कीमत 10,482 रुपये प्रति वर्ग फीट तक पहुंचने का अनुमान है।
निष्कर्ष
जेवर एयरपोर्ट के पास प्लॉट्स की जबरदस्त मांग और क्षेत्र के तेजी से हो रहे विकास ने इस इलाके को रियल एस्टेट निवेशकों के लिए आकर्षक बना दिया है। YEIDA की इस प्लॉट स्कीम में भारी प्रतिस्पर्धा यह दर्शाती है कि लोग भविष्य में इस इलाके में प्रॉपर्टी के मूल्य में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।