गौतम गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया के शर्मनाक रिकॉर्ड: 6 महीने में 15 हार
गौतम गंभीर की कोचिंग: उम्मीदों पर खरा क्यों नहीं उतरा टीम इंडिया का प्रदर्शन?
भारतीय क्रिकेट टीम ने 2024 की शुरुआत शानदार प्रदर्शन के साथ की। इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज़ में 4-1 से जीत हासिल करने के बाद, अमेरिका-वेस्टइंडीज में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में इतिहास रचते हुए खिताब अपने नाम किया। लेकिन गौतम गंभीर की कोचिंग संभालने के बाद टीम इंडिया का प्रदर्शन अचानक गिर गया।
साल खत्म होते-होते भारतीय क्रिकेट टीम ने कई शर्मनाक रिकॉर्ड बनाए। घरेलू मैदान से लेकर विदेशी सरज़मीं तक, हार का सिलसिला जारी रहा। गंभीर की कोचिंग पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर 6 महीने में 15 शर्मनाक रिकॉर्ड क्यों बने?
लगातार हार और शर्मनाक रिकॉर्ड
गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय क्रिकेट टीम के प्रदर्शन ने फैंस को निराश किया। टेस्ट, वनडे और टी20 मैचों में कई हार का सामना करना पड़ा।
गंभीर की कोचिंग में टीम का रिकॉर्ड:
- टेस्ट: 10 मैच खेले, 3 जीते, 6 हारे, 1 ड्रॉ
- वनडे: 3 मैच खेले, 3 हारे
- टी20: 6 मैच खेले, 6 जीते
15 शर्मनाक रिकॉर्ड जो भूले नहीं जा सकते
1. 27 साल बाद श्रीलंका से वनडे सीरीज़ हारे
भारतीय टीम ने 27 साल बाद श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज़ गंवाई। तीन मैचों की सीरीज़ में पहला मैच टाई रहा, लेकिन बाकी दो मुकाबले हार गए।
2. पहली बार 30 विकेट गिरे
श्रीलंका के खिलाफ तीनों वनडे मैचों में ऑलआउट होकर भारतीय टीम ने पहली बार 3 मैचों की सीरीज़ में अपने सभी विकेट गंवाए।
3. 45 साल में पहली बार वनडे में हार का रिकॉर्ड
साल 2024 में भारतीय टीम एक भी वनडे मैच नहीं जीत सकी। 45 साल बाद ऐसा पहली बार हुआ।
4. न्यूजीलैंड से घरेलू टेस्ट में 36 साल बाद हार
भारतीय टीम 36 साल बाद अपने घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच हारी।
5. चिन्नास्वामी स्टेडियम में 19 साल बाद हार
बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ 8 विकेट से हार के साथ, इस मैदान पर 19 साल का अजेय रिकॉर्ड टूट गया।
6. पहली बार घरेलू मैदान पर ‘वाइटवॉश’
न्यूजीलैंड ने भारत को घरेलू मैदान पर 3-0 से हराया। यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ।
7. WTC फाइनल से बाहर
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट हारने के बाद भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल से बाहर हो गई।
गंभीर की कोचिंग पर सवाल
गौतम गंभीर की कोचिंग में रणनीति और खिलाड़ियों का मनोबल बनाए रखने में कमी साफ नज़र आई। जहां पहले टीम मजबूत और संतुलित दिखती थी, वहीं अब प्रदर्शन में गिरावट दिख रही है।
आगे का रास्ता: क्या बदलाव जरूरी हैं?
टीम इंडिया के लगातार खराब प्रदर्शन को देखते हुए रणनीति और कोचिंग स्टाइल में बदलाव की जरूरत है। साथ ही, खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा।
गौतम गंभीर के लिए यह समय आत्मविश्लेषण का है। भारतीय क्रिकेट फैंस उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में टीम इंडिया अपने प्रदर्शन में सुधार करेगी और गौरवशाली इतिहास को फिर से दोहराएगी।