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HMPV वायरस: क्या यह कोरोना जितना घातक है? डॉक्टर से जानें हर सवाल का जवाब

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HMPV वायरस: क्या है और क्यों हो रही है चर्चा?

देश में HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) को लेकर लोग चिंतित हैं, खासकर वे जिनके घर में छोटे बच्चे हैं। यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों को अधिक प्रभावित कर रहा है। डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि पहले से मौजूद एक श्वसन संक्रमण है।

RML अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉक्टर पिनाकी आर देबनाथ के अनुसार, “HMPV कोई अचानक से आया खतरा नहीं है। यह पुराना वायरस है और पहले भी देखा गया है। लोगों को घबराने के बजाय सतर्क रहना चाहिए।”


HMPV के लक्षण और इसके खतरे

HMPV वायरस मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह संक्रमण विशेष रूप से पांच साल से छोटे बच्चों और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अपनी चपेट में लेता है। इसकी वजह इन आयु वर्गों में कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता है।

मुख्य लक्षण:

  • सांस लेने में दिक्कत
  • नाक बंद होना या नाक बहना
  • गले में खराश
  • आंखों का लाल होना
  • गंभीर मामलों में निमोनिया के लक्षण

डॉक्टर पिनाकी का कहना है कि यदि लक्षण गंभीर नहीं हैं, तो यह संक्रमण 2-7 दिनों के भीतर ठीक हो सकता है। हालांकि, यदि सांस लेने में परेशानी हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।


इलाज और बचाव के तरीके

HMPV वायरस का कोई विशेष एंटी-वायरल इलाज नहीं है। डॉक्टर मरीज के लक्षणों के आधार पर उपचार करते हैं। बुखार के लिए Antipyretic दवा दी जा सकती है, लेकिन यह केवल डॉक्टर की सलाह पर ही ली जानी चाहिए।

बचाव के उपाय:

  1. भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
  2. संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
  3. समय-समय पर हाथ धोते रहें।
  4. छींकते या खांसते समय मुंह ढकें।
  5. घर को साफ-सुथरा रखें और नियमित रूप से डिसइन्फेक्ट करें।

HMPV और कोरोना वायरस में समानता?

लोगों के मन में HMPV को लेकर चिंता इसलिए बढ़ गई है क्योंकि यह कोरोना वायरस के शुरुआती चरणों से मिलती-जुलती परिस्थितियां उत्पन्न कर रहा है। दिसंबर 2019 में जब कोविड-19 की शुरुआत हुई थी, तब भी शुरुआती मामलों को नजरअंदाज किया गया था।

हालांकि, डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि HMPV वायरस कोरोना जितना घातक नहीं है और इसे रोकने के लिए सही सावधानी और जागरूकता ही काफी है।


विशेषज्ञों की सलाह

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि माता-पिता को डरने के बजाय सतर्क रहना चाहिए। यदि बच्चे में HMPV के लक्षण नजर आएं, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। सावधानी और सही जानकारी के माध्यम से इस संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है।


निष्कर्ष:
HMPV वायरस कोई नई आफत नहीं है, लेकिन यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए चिंता का कारण बन सकता है। जागरूकता और सही समय पर उपचार से इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आप सतर्क रहते हैं, तो HMPV का खतरा बहुत कम हो जाता है।