एडिलेड में हार के बाद भारत को हुआ बड़ा नुकसान, फाइनल के लिए चुनौती
एडिलेड टेस्ट में हार के बाद भारत को बड़ा झटका
ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत पिंक बॉल से खेले गए टेस्ट मैच में भारत को 10 विकेट से हराकर सीरीज में शानदार वापसी की। यह हार भारत के लिए विशेष रूप से कष्टकारी थी, क्योंकि पिंक बॉल से खेलना हमेशा से ही भारत के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है। पिछले ढाई साल से भारत ने इस गेंद से कोई मैच नहीं खेला था और ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारत की कमजोर बल्लेबाजी के सामने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
इस हार के बाद, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के अंक तालिका में भारत की स्थिति पर भी गहरा असर पड़ा है।
भारत की स्थिति अब तीसरे स्थान पर
भारत को इस हार के बाद WTC अंक तालिका में बड़ा नुकसान हुआ है। पहले और दूसरे फाइनल में पहुंचने वाली टीम अब तीसरे स्थान पर खिसक चुकी है। हार के बाद भारत का पर्सेंटेज (PCT) घटकर 57.29% रह गया है, जिससे टीम इंडिया के लिए फाइनल में पहुंचने की राह और कठिन हो गई है।
वहीं, दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत के साथ वापसी की है और 60.71 PCT के साथ पहले स्थान पर पहुंच गया है।
भारत को फाइनल के लिए जीतने होंगे सभी तीन मैच
भारत के पास अभी तीन मैच बाकी हैं और उसे इन तीनों मैचों में जीत हासिल करनी होगी। यदि भारत सभी मैच जीतता है, तो उसका पर्सेंटेज (PCT) 64.03% तक पहुंच सकता है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि भारत का फाइनल में पहुंचना पक्का हो जाएगा। श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम भी पीछे लगी हुई है।
ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की राहें आसान
ऑस्ट्रेलिया के लिए अब फाइनल में पहुंचने का रास्ता अपेक्षाकृत आसान नजर आता है। यदि वह अपने अगले पांच मैचों में से तीन (भारत के खिलाफ तीन और श्रीलंका के खिलाफ दो) जीत जाता है, तो वह फाइनल में अपनी जगह पक्की कर सकता है।
दक्षिण अफ्रीका के लिए भी स्थिति मजबूत है। यदि वह अपने बचे हुए तीनों मैचों (श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ) में जीत हासिल करता है, तो उसका PCT 69% से ऊपर जा सकता है। ऐसे में भारत को अपनी संभावनाएं बनाए रखने के लिए अपने शेष तीन मैच जीतकर ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की संभावनाओं को चुनौती देनी होगी।
निष्कर्ष
भारत के लिए अब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बेहद कम हो गई हैं। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका ने इस दौड़ में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, और भारत को अब हर हाल में अपने बचे हुए मैचों में जीत हासिल करनी होगी।