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सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया को दी कड़ी सलाह: होटल से बाहर निकलें और प्रैक्टिस करें

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एडिलेड में हार के बाद गावस्कर का कड़ा संदेश

एडिलेड टेस्ट में 10 विकेट से मिली हार के बाद भारतीय टीम की तैयारी पर सवाल खड़े हो गए हैं। भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने खिलाड़ियों की तैयारी और वैकल्पिक ट्रेनिंग सेशन को लेकर अपनी नाराजगी जताई है। गावस्कर का मानना है कि खिलाड़ियों को अपने होटल के कमरों से बाहर निकलकर मैदान पर अधिक समय बिताना चाहिए।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट ढाई दिनों के भीतर समाप्त हो गया, जिसमें भारतीय टीम दोनों पारियों में 200 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई।


गावस्कर की सलाह: “कीमती समय बर्बाद न करें”

गावस्कर ने कहा कि भारतीय टीम के पास ब्रिसबेन टेस्ट से पहले दो अतिरिक्त दिन हैं, जिनका सही उपयोग करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा,

“यह समय कीमती है। आपको इन दिनों का उपयोग अभ्यास के लिए करना चाहिए। आप होटल में बैठकर अपना समय बर्बाद नहीं कर सकते। आप यहां क्रिकेट खेलने आए हैं, इसलिए मैदान पर समय बिताना जरूरी है।”

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि खिलाड़ियों को पूरे दिन अभ्यास करने की जरूरत नहीं है, लेकिन थोड़े समय का सही उपयोग करना जरूरी है। गावस्कर ने कप्तान और कोच से आग्रह किया कि वे अभ्यास के लिए कड़े फैसले लें।


तीसरे टेस्ट के लिए तैयारी पर दिया जोर

ब्रॉडकास्टर से बातचीत के दौरान गावस्कर ने कहा कि अब टीम को बाकी सीरीज को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के रूप में देखना चाहिए। सीरीज का तीसरा मुकाबला 14 दिसंबर से शुरू होगा और यह भारतीय टीम के लिए एक अहम अवसर होगा।

“आपको लय में आने के लिए अधिक समय देना होगा, क्योंकि रन नहीं बन रहे हैं और गेंदबाज भी लय में नहीं हैं।”


विराट कोहली की तारीफ

गावस्कर ने वैकल्पिक प्रैक्टिस सेशन पर असंतोष जताते हुए कहा कि टीम के सभी खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए उत्सुक होना चाहिए, खासकर युवा खिलाड़ियों को। उन्होंने विराट कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने नेट्स पर समय बिताकर एक आदर्श उदाहरण पेश किया है। गावस्कर का मानना है कि हर खिलाड़ी को इसी तरह मैदान पर कड़ी मेहनत करनी चाहिए।


निष्कर्ष: टीम इंडिया के लिए कड़ी मेहनत जरूरी

सुनील गावस्कर का बयान भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है। एडिलेड में मिली हार के बाद अब टीम इंडिया के पास सीमित समय है, जिसका उपयोग उन्हें अभ्यास के लिए करना होगा। अगर टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतनी है तो खिलाड़ियों को अपनी तैयारी और प्रदर्शन पर विशेष ध्यान देना होगा।