अगर ठंड में घंटों धूप में बैठते हैं, तो हो जाएं अलर्ट, स्किन कैंसर का खतरा
ठंडी धूप का आकर्षण और खतरा
सर्दियों में गुनगुनी धूप हर किसी को भाती है। ठंड से बचने के लिए लोग अक्सर घंटों धूप में बैठना पसंद करते हैं। हालांकि, ज्यादा देर तक धूप में रहना आपकी त्वचा के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। सूर्य की तेज पराबैंगनी (यूवी) किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और स्किन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती हैं।
यूवी किरणों का प्रभाव: त्वचा पर गहरा असर
सूर्य की यूवी किरणें त्वचा की बाहरी परत को कमजोर कर देती हैं।
- असर:
- समय से पहले झुर्रियां।
- सनबर्न।
- स्किन कैंसर का खतरा।
- अध्ययन:
‘मैकेनिकल बिहैवियर ऑफ बायोमैटीरियल्स’ के अनुसार, यूवी किरणें त्वचा की बाहरी परत (स्ट्रेटम कॉर्नियम) को क्षतिग्रस्त कर सकती हैं।
स्किन कैंसर के प्रकार
- बेसल सेल कार्सिनोमा:
- यह त्वचा कैंसर का सबसे आम प्रकार है।
- आमतौर पर चेहरा और हाथ जैसे धूप के संपर्क में आने वाले हिस्सों को प्रभावित करता है।
- स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा:
- चेहरे, कान, होंठ और हाथों पर देखा जाता है।
- लंबे समय तक सूरज के संपर्क से होता है।
- मेलेनोमा:
- त्वचा कैंसर का सबसे खतरनाक प्रकार।
- यह मौजूदा तिल से विकसित होकर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है।
धूप से बचाव के आसान टिप्स
- दोपहर की धूप से बचें:
- 12 से 3 बजे के बीच धूप में जाने से बचें।
- सनस्क्रीन का उपयोग करें:
- कम से कम एसपीएफ 30 वाला सनस्क्रीन लगाएं।
- सूरज से बचाने वाले कपड़े पहनें:
- पूरी बांह के कपड़े, टोपी और स्कार्फ का इस्तेमाल करें।
- सनग्लास का इस्तेमाल करें:
- आंखों को यूवी किरणों से सुरक्षित रखें।
विशेषज्ञों की सलाह
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में मेलेनोमा के कारण 60,000 लोगों की मौत हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड में धूप का आनंद लें लेकिन सावधानी जरूर बरतें।
- सनस्क्रीन और सुरक्षात्मक कपड़ों के साथ तैयार रहें।
- त्वचा की नियमित जांच कराएं।
- यदि त्वचा पर कोई असामान्य परिवर्तन दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।