यमन दौरे पर WHO प्रमुख टेड्रोस घेब्रेयसस पर हमला, बाल-बाल बचे

यमन दौरे पर WHO प्रमुख टेड्रोस घेब्रेयसस पर हमला, बाल-बाल बचे
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यमन में WHO प्रमुख पर हमला

यमन में बिगड़ते हालात और स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करने गए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस इजराइली बमबारी में बाल-बाल बच गए। यह घटना उस समय हुई जब वे सना एयरपोर्ट पर विमान में सवार हो रहे थे। इस हमले में दो लोगों की मौत हुई और कई अन्य घायल हो गए।

टेड्रोस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमारी टीम ने यमन में स्वास्थ्य और मानवीय स्थिति का आकलन पूरा कर लिया था। सना से उड़ान भरने से पहले एयरपोर्ट पर हमला हुआ। इस बमबारी में हमारे विमान के चालक दल का एक सदस्य घायल हुआ और हवाई अड्डे को काफी नुकसान पहुंचा।”


बंदियों की रिहाई और मानवीय मिशन

WHO प्रमुख टेड्रोस घेब्रेयसस का यह दौरा यमन में बंदियों की रिहाई और स्वास्थ्य सुविधाओं का आकलन करने के लिए था। उनके इस मानवीय मिशन को पूरा करने के बाद ही यह हमला हुआ। उन्होंने कहा, “हम आगे की यात्रा की योजना बना रहे हैं, लेकिन इस घटना ने यमन में मौजूद संकट को और गहरा कर दिया है।”


यमन पर इजराइली बमबारी

इजराइली वायु सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के सैन्य ठिकानों पर हमले किए। इनमें सना का अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अल-हुदैदाह बंदरगाह और पश्चिमी तट के अन्य प्रमुख स्थान शामिल हैं। इजराइली रक्षा बलों के अनुसार, इन हमलों का उद्देश्य हूती विद्रोहियों के बुनियादी ढांचे को खत्म करना है।

इजराइल ने यह कदम प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और जनरल स्टाफ के प्रमुख की मंजूरी के बाद उठाया। इन हमलों में यमन के नागरिक क्षेत्रों को भी व्यापक नुकसान हुआ है।


यमन में मानवीय संकट

यमन लंबे समय से गृहयुद्ध और बाहरी हस्तक्षेप का शिकार रहा है। यहां के लोग गंभीर स्वास्थ्य संकट, भुखमरी और हिंसा का सामना कर रहे हैं। WHO जैसी संस्थाएं यमन के लोगों को राहत देने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन इन हमलों ने उनकी चुनौतियों को और बढ़ा दिया है।


WHO का बयान

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने कहा, “हम इस घटना से बहुत आहत हैं। यमन में बिगड़ते हालात को देखते हुए, हमें शांति और मानवीय सहयोग की आवश्यकता है।”


यह घटना यमन के नागरिकों और मानवीय संगठनों की स्थिति को उजागर करती है। यह साफ है कि इस संघर्ष को समाप्त करने और शांति स्थापित करने के लिए वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता है।