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सीरिया की खतरनाक जेल: यातनाओं का ‘बूचड़खाना’, सैटेलाइट इमेज और 3D मॉडल ने खोला राज

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सैटेलाइट इमेज से हुआ खुलासा

सीरिया की कुख्यात जेल, जिसे ‘बूचड़खाना’ कहा जाता है, ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। हाल ही में जारी सैटेलाइट इमेज और 3D मॉडल ने इस जेल की भयावहता को उजागर किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस जेल में कैदियों को अमानवीय यातनाएं दी जाती थीं। इन इमेज और मॉडल ने जेल के अंदर की स्थितियों का वास्तविक चित्रण किया है, जो दुनिया को चौंका रहा है।

‘बूचड़खाना’ क्यों कहा जाता है?

सीरिया की इस जेल को ‘बूचड़खाना’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था। यहां यातनाएं इतनी भयावह होती थीं कि कैदियों को मौत से पहले ही मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ दिया जाता था। सैटेलाइट इमेज और 3D मॉडल से पता चलता है कि जेल के अंदर बने कक्ष और यातना देने के उपकरण किस हद तक निर्मम थे।

3D मॉडल ने उजागर की यातनाओं की हकीकत

3D मॉडल ने जेल के अंदर के सटीक ढांचे को दिखाया है। इसमें देखा जा सकता है कि कैदियों को रखने के लिए छोटे-छोटे सेल बनाए गए थे, जहां न तो रोशनी थी और न ही हवा का कोई प्रबंध। यातना देने के लिए विशेष कक्ष बनाए गए थे, जहां कैदियों को घंटों तक पीटा जाता था और कई बार उन्हें बिना पानी और भोजन के रखा जाता था।

सैटेलाइट इमेज ने बढ़ाई चिंता

सैटेलाइट इमेज में जेल की बाहरी संरचना और उसके आसपास के इलाके भी दिखाए गए हैं। इन इमेज में देखा जा सकता है कि जेल को पूरी तरह से आइसोलेटेड रखा गया था, ताकि अंदर की घटनाओं का किसी को पता न चले। इन तस्वीरों ने मानवाधिकार संगठनों की चिंता को और बढ़ा दिया है।

मानवाधिकार संगठनों की प्रतिक्रिया

इस खुलासे के बाद कई मानवाधिकार संगठनों ने सीरियाई सरकार के खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई है। इन संगठनों का कहना है कि ऐसी अमानवीय परिस्थितियों में कैदियों को रखना और यातना देना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन है। वे संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थानों से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।

पीड़ितों की कहानियां

जेल में यातना झेल चुके कुछ लोग जो बचकर निकल पाए हैं, उन्होंने भी अपनी आपबीती सुनाई है। उनका कहना है कि इस जेल में बंद होना मौत के बराबर है। यहां न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक यातनाएं भी दी जाती थीं, जिनका दर्द कैदी आजीवन झेलते हैं।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उम्मीद

इस मामले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उम्मीद है कि वे इस जेल में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएंगे। सैटेलाइट इमेज और 3D मॉडल ने सबूत के तौर पर काम किया है, जिससे इन आरोपों को अब नकारा नहीं जा सकता।