Sunset Time: छठ पूजा में 36 घंटे का निर्जला व्रत जारी, मनोकामना पूर्ति के लिए ऐसे करें डूबते हुए सूरज की उपासना, जानिए टाइमिंग
इस साल छठ पूजा का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसमें 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जा रहा है। इस पूजा का मुख्य आकर्षण डूबते हुए सूरज की उपासना है, जिसे विशेष रूप से मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाता है। श्रद्धालु इस दिन सूरज को अर्घ्य देने के बाद अपने परिवार की सुख-समृद्धि और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करते हैं। इस पर्व का महत्व उत्तर भारत में खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में अधिक है, लेकिन अब यह पूजा देशभर में मनाई जाती है।
डूबते सूरज की उपासना का महत्व
छठ पूजा के दौरान डूबते सूरज की पूजा को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि इसे शक्ति और ऊर्जा के स्रोत के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि डूबते सूरज को अर्घ्य देने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में आध्यात्मिक उन्नति मिलती है। इस दिन श्रद्धालु सूरज को ताजे पानी और लाल फूलों से अर्घ्य देते हैं और धन-धान्य, सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
उपासना विधि
- समय पर पूजा: सूरज के अस्त होने के समय ठीक पहले गंगाजल, ताजे फल और फूलों से एक बर्तन में अर्घ्य तैयार करें।
- उपासन स्थल पर साफ सफाई: पूजा स्थल को स्वच्छ रखें और सूरज की पूजा के लिए विशेष मिष्ठान जैसे ठेकुआ और पुआ तैयार करें।
- सूरज के अस्त होने से पहले अर्घ्य दें: सूर्यास्त के समय सूरज को अर्घ्य दें और मानसिक शांति के लिए उच्चारण करें: “सूर्य देवता की जय” और “हे सूर्य, मेरी मनोकामनाओं को पूरी करो।”
- खुद को एकाग्र करें: पूजा के दौरान खुद को पूरी तरह एकाग्र करें और सूरज के अस्त होते ही अपना आशीर्वाद लें।
छठ पूजा 2024: सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्यास्त (Sunset Time): 7:00 PM (समय में कुछ अंतर राज्यवार हो सकता है, कृपया स्थान के अनुसार समय देखें)
- सूर्योदय (Sunrise Time): 6:00 AM (सुबह)