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धनु खरमास 2024: एक महीने के लिए रुकेगा शुभ व मांगलिक कार्य, जानें महत्व और पूजा विधि

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धनु खरमास का आरंभ

धनु खरमास 2024 आज से शुरू हो चुका है। हर साल खरमास तब आरंभ होता है जब सूर्य, वृश्चिक राशि को छोड़कर धनु राशि में प्रवेश करता है। इस खगोलीय घटना का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसे अशुभ महीना माना जाता है, और इस दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, या नया व्यवसाय शुरू करने से बचा जाता है।

खरमास का महत्व

धनु खरमास हिंदू कैलेंडर के अनुसार एक ऐसा समय है जो धार्मिक और आध्यात्मिक साधना के लिए उत्तम माना जाता है। इसका उद्देश्य मानव जीवन में संतुलन बनाए रखना और आत्मनिरीक्षण को बढ़ावा देना है। यह महीना देवताओं के विश्राम का समय माना जाता है, इसलिए शुभ कार्य वर्जित रहते हैं।

बंद रहेंगे ये मांगलिक कार्य

  • विवाह और सगाई जैसे आयोजन
  • गृह प्रवेश या गृह निर्माण
  • नए व्यवसाय की शुरुआत
  • वाहन या संपत्ति की खरीदारी

पूजा विधि और उपाय

खरमास के दौरान पूजा और दान को विशेष महत्व दिया जाता है। इस दौरान भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा का प्रचलन है।

  1. भगवान विष्णु की आराधना: सुबह और शाम तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाएं।
  2. सूर्य देव की पूजा: तांबे के पात्र में जल भरकर उसमें लाल फूल और चावल डालें। इसे सूर्य देव को अर्पित करें।
  3. दान-पुण्य: इस अवधि में जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और धन का दान करें।

खरमास में क्यों नहीं होते शुभ कार्य?

धर्मशास्त्रों के अनुसार, खरमास के दौरान सूर्य देव की ऊर्जा कमजोर हो जाती है। इस कारण इस समय में किए गए मांगलिक कार्यों में बाधाएं आने की आशंका रहती है। इसलिए इन कार्यों को इस महीने के बाद करने की सलाह दी जाती है।

कब खत्म होगा धनु खरमास?

धनु खरमास 15 जनवरी 2024 को समाप्त होगा। इसके बाद ही शुभ और मांगलिक कार्य आरंभ होंगे। मकर संक्रांति से इन कार्यों के लिए शुभ समय माना जाएगा।


यह खबर आपको खरमास की अवधि और इससे जुड़े नियमों को समझाने में मदद करती है। धार्मिक आस्था और शास्त्रों के आधार पर इन परंपराओं का पालन समाज में किया जाता है।