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संभल में 46 साल बाद मिला प्राचीन मंदिर, अब 22 कुओं की खुदाई शुरू, प्रशासन की बड़ी कार्रवाई

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संभल में 46 साल बाद मिला प्राचीन मंदिर, प्रशासन की देखरेख में 22 कुओं की खुदाई शुरू

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक प्राचीन मंदिर के 46 साल बाद मिलने की खबर ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। लंबे समय तक बंद रहे इस मंदिर में अब पूजा-अर्चना की शुरुआत कर दी गई है। मंदिर की खोज के बाद अब प्रशासन ने इसके आसपास स्थित 22 कुओं की खुदाई भी शुरू कर दी है।

कैसे मिला यह प्राचीन मंदिर?

संभल के इस प्राचीन मंदिर का पता उस वक्त चला जब स्थानीय प्रशासन ने इलाके में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान 46 साल से बंद पड़ा यह मंदिर सामने आया। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर की उपेक्षा के कारण यह वर्षों से दबा हुआ था।
एक स्थानीय निवासी ने बताया:

प्रशासन का बुलडोजर एक्शन और खुदाई कार्य

योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्देश पर संभल प्रशासन ने इस क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया था। इसी दौरान मंदिर का अस्तित्व सामने आया। अब प्रशासन ने मंदिर के आस-पास स्थित 22 कुओं की पहचान की है और इनकी खुदाई शुरू कर दी है।
संभल के जिलाधिकारी ने कहा:

“यह मंदिर ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा है। इसके संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। साथ ही आसपास के कुओं की खुदाई से क्षेत्र की और भी ऐतिहासिक जानकारी सामने आ सकती है।”

मंदिर में पूजा-अर्चना का पुन: आरंभ

मंदिर के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में उत्साह की लहर है। 46 साल बाद यहां फिर से पूजा-अर्चना की शुरुआत हो गई है। मंदिर में श्रद्धालुओं का आना-जाना शुरू हो गया है और आसपास के इलाकों में धार्मिक माहौल बन गया है।

क्या है 22 कुओं का रहस्य?

प्रशासन के अनुसार, मंदिर के आसपास कुल 22 कुओं की जानकारी मिली है। माना जा रहा है कि ये कुएं प्राचीन काल में जल आपूर्ति के लिए उपयोग किए जाते थे। इन कुओं की खुदाई से क्षेत्र के इतिहास को और विस्तार से समझने में मदद मिल सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि:

“यह खुदाई पुरातत्व की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। इससे प्राचीन सभ्यता और संस्कृति की जानकारी मिल सकती है।”

योगी सरकार की भूमिका

योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों के संरक्षण और पुनर्निर्माण के लिए लगातार काम कर रही है। इस अभियान को भी सरकार की धार्मिक विरासत संरक्षण योजना के तहत देखा जा रहा है।

स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया

मंदिर के फिर से सामने आने और पूजा-अर्चना के आरंभ से स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है। लोग इस घटना को आस्था और चमत्कार का प्रतीक मान रहे हैं।


निष्कर्ष

संभल जिले में 46 साल से बंद पड़े मंदिर का मिलना एक बड़ी घटना है। इसके साथ ही 22 कुओं की खुदाई से क्षेत्र के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर नई रोशनी डाली जा सकती है। योगी सरकार और प्रशासन की इस कार्रवाई को स्थानीय लोग सकारात्मक कदम मान रहे हैं।