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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा संबोधन: 11 संकल्पों में भ्रष्टाचार, आरक्षण और विकास पर जोर

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प्रधानमंत्री मोदी का लोकसभा में 11 संकल्पों का संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अपने महत्वपूर्ण भाषण के दौरान 11 प्रमुख संकल्पों की चर्चा की। इस भाषण ने देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर जोर दिया। आइए जानते हैं उनके संबोधन के मुख्य बिंदु।

भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख

प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार को देश की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा बताया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा। उन्होंने नागरिकों से ईमानदारी और पारदर्शिता को अपनाने की अपील की।

आरक्षण पर स्पष्ट दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री ने आरक्षण नीति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि सरकार सभी वर्गों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए तत्पर है। उन्होंने सामाजिक न्याय को सशक्त बनाने पर जोर दिया।

विकास के लिए संकल्प

प्रधानमंत्री ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के अपने दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने कहा कि देश को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक ले जाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने औद्योगिक और ग्रामीण विकास को संतुलित तरीके से आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार

मोदी ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता शिक्षा और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं हर नागरिक का अधिकार हैं।

पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता

पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए, प्रधानमंत्री ने स्वच्छ ऊर्जा और हरित प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।

तकनीकी और डिजिटल विकास

प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया मिशन के तहत तकनीकी नवाचारों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि तकनीकी प्रगति देश को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

महिलाओं के सशक्तिकरण पर ध्यान

मोदी ने महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि समाज में लैंगिक समानता को सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।

राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर बल

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने देशवासियों से सामूहिक प्रयासों के जरिए सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण देश के भविष्य को दिशा देने वाला साबित हो सकता है। उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे और समाधान देशवासियों को प्रेरित करते हैं।