पीएम मोदी का दिल्ली विकास अभियान: फ्लैट्स की चाबियां और नए कॉलेज का तोहफा
झुग्गीवासियों को मिलेगी स्वाभिमान अपार्टमेंट्स की चाबियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दिल्ली में कई अहम विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इनमें सबसे प्रमुख है अशोक विहार में झुग्गी-झोपड़ी (जेजे क्लस्टर) में रहने वाले 1,675 लाभार्थियों को स्वाभिमान अपार्टमेंट्स की चाबियां सौंपने की योजना। इन फ्लैट्स पर 25 लाख रुपये की लागत आई है, लेकिन लाभार्थियों को केवल 1.42 लाख रुपये और रखरखाव के लिए 30,000 रुपये देने होंगे। यह कदम प्रधानमंत्री की “सभी के लिए आवास” योजना को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
सरोजिनी नगर और नौरोजी नगर में पुनर्विकास परियोजनाएं
दिल्ली में शहरी पुनर्विकास की दिशा में प्रधानमंत्री सरोजिनी नगर और नौरोजी नगर में नई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
- सरोजिनी नगर जीपीआरए क्वार्टर: इसमें 28 टावर और 2,500 से अधिक आधुनिक आवासीय इकाइयां शामिल हैं। इन भवनों में सौर ऊर्जा और जल प्रबंधन जैसी हरित तकनीकों का उपयोग किया गया है।
- नौरोजी नगर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर: 600 पुराने क्वार्टरों को अत्याधुनिक वाणिज्यिक टावरों में बदला गया है। यह परियोजना व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है।
द्वारका में सीबीएसई का नया कार्यालय परिसर
द्वारका में प्रधानमंत्री सीबीएसई के नए एकीकृत कार्यालय परिसर का उद्घाटन करेंगे।
- इस परियोजना पर 300 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
- आधुनिक ऑफिस, डेटा सेंटर और ऑडिटोरियम जैसी सुविधाएं यहां मौजूद हैं।
- इसे IGBC प्लेटिनम रेटिंग मानकों के अनुसार डिजाइन किया गया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय को नए शैक्षणिक ब्लॉक्स का तोहफा
दिल्ली विश्वविद्यालय के तीन नए शैक्षणिक प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखी जाएगी।
- सूरजमल विहार और द्वारका में नए अकादमिक ब्लॉक्स
- नजफगढ़ में वीर सावरकर कॉलेज का नया भवन
वीर सावरकर कॉलेज की यह परियोजना अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी, जो शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने का काम करेगी।
प्रधानमंत्री का विजन: स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और आवास
प्रधानमंत्री का यह विकास अभियान “स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर” और “सभी के लिए आवास” की दिशा में एक और बड़ा कदम है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य झुग्गीवासियों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करना और शहरी बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाना है।
निष्कर्ष
पीएम मोदी के नेतृत्व में यह परियोजनाएं दिल्ली को एक नई पहचान देने के लिए बनाई गई हैं। झुग्गीवासियों को नए घर, युवाओं को शिक्षा के अवसर, और शहरी पुनर्विकास के साथ, यह कार्यक्रम एक समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ा रहा है।