एलन मस्क के मंगल मिशन को झटका: स्टारशिप की टेस्टिंग असफल, आसमान में फैला मलबा

एलन मस्क के मंगल मिशन को झटका: स्टारशिप की टेस्टिंग असफल, आसमान में फैला मलबा
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मंगल पर जाने का सपना देख रहे एलन मस्क को बड़ा झटका

एलन मस्क का मंगल पर इंसानों को भेजने का सपना एक बार फिर कठिनाई में पड़ गया है। उनकी स्पेस एजेंसी, स्पेसएक्स, ने गुरुवार को टेक्सास के बोका चिका लॉन्च पैड से अपनी स्टारशिप रॉकेट की सातवीं टेस्ट फ्लाइट लॉन्च की। हालांकि, यह मिशन असफल रहा, क्योंकि उड़ान के आठ मिनट बाद रॉकेट से संपर्क टूट गया और यह नष्ट हो गया।


उड़ान के दौरान क्या हुआ?

स्टारशिप ने सुपर हैवी बूस्टर से अलग होने के बाद अपनी उड़ान जारी रखी। लेकिन, आठ मिनट बाद स्पेसएक्स मिशन कंट्रोल ने रॉकेट के साथ संपर्क खो दिया। स्पेसएक्स कम्युनिकेशंस मैनेजर डैन हॉट ने लाइव स्ट्रीम के दौरान कहा कि ऊपरी चरण में समस्या होने के संकेत मिल रहे हैं। कुछ देर बाद पुष्टि हुई कि रॉकेट पूरी तरह नष्ट हो गया।


स्टारशिप का डिजाइन और उद्देश्य

स्टारशिप रॉकेट 400 फीट (123 मीटर) ऊंचा और अत्याधुनिक तकनीक से लैस था। इस उड़ान में 10 डमी सैटेलाइट्स को परीक्षण के लिए भेजा गया था। यह रॉकेट मेक्सिको की खाड़ी के ऊपर उड़ते हुए लगभग पूरी दुनिया का चक्कर लगाने के लिए तैयार किया गया था। लेकिन आठ मिनट तक ही यह मिशन चल सका।


एलन मस्क की प्रतिक्रिया

एलन मस्क ने रॉकेट के मलबे का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “मनोरंजन की गारंटी है।” यह उनकी शैली में असफलता को स्वीकार करने का एक सकारात्मक तरीका था। मस्क ने अपने मंगल मिशन के लिए इस रॉकेट को एक महत्वपूर्ण कदम माना था।


स्पेसएक्स का भविष्य और चुनौतियां

स्टारशिप का यह परीक्षण नासा के चंद्रमा मिशन के लिए भी महत्वपूर्ण था। भविष्य में, इस रॉकेट का उपयोग चंद्रमा और मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिए किया जाएगा। हालांकि, इस असफलता के बाद स्पेसएक्स को कई तकनीकी समस्याओं को हल करना होगा।


रॉकेट लॉन्च के दौरान एक सफलता भी

इस टेस्ट फ्लाइट के दौरान, स्पेसएक्स ने पहली बार “चॉपस्टिक्स” नामक मेकेनिकल आर्म्स का उपयोग कर सुपर हैवी बूस्टर को सफलतापूर्वक कैप्चर किया। यह बूस्टर को लॉन्च के बाद सुरक्षित रूप से पकड़ने का दूसरा प्रयास था, जो पूरी तरह सफल रहा।


मंगल मिशन के लिए क्या है मस्क की योजना?

एलन मस्क का सपना है कि उनकी कंपनी स्पेसएक्स के रॉकेट एक दिन इंसानों को मंगल ग्रह पर ले जाएं। लेकिन बार-बार की असफलताओं से यह सपना कठिनाइयों से भरा हुआ लग रहा है। इसके बावजूद, मस्क ने अपने सपने को साकार करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है।


निष्कर्ष

स्टारशिप की सातवीं टेस्ट फ्लाइट की असफलता ने स्पेसएक्स के मंगल मिशन को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। हालांकि, इस मिशन से जुड़ी हर असफलता भविष्य के लिए सीख बन रही है। एलन मस्क और उनकी टीम अब इन तकनीकी समस्याओं को हल करने और अगले प्रयास को सफल बनाने के लिए काम करेंगे।