डोनाल्ड ट्रंप को कोर्ट से झटका, स्टॉर्मी डेनियल्स केस में खारिज हुई मांग
डोनाल्ड ट्रंप को कोर्ट से बड़ा झटका, स्टॉर्मी डेनियल्स केस में खारिज हुई मांग
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स मामले में कोर्ट ने उनकी एक अहम मांग को खारिज कर दिया। कोर्ट के इस फैसले ने एक बार फिर इस हाई-प्रोफाइल मामले को चर्चा का विषय बना दिया है।
क्या है मामला?
स्टॉर्मी डेनियल्स ने आरोप लगाया था कि 2006 में डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनके यौन संबंध थे। इस मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब ट्रंप पर यह आरोप लगे कि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान स्टॉर्मी को “चुप रहने” के लिए हश मनी (चुपके से पैसे) दिए थे। ट्रंप ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा था कि यह सिर्फ उन्हें बदनाम करने की साजिश है।
कोर्ट ने क्यों खारिज की ट्रंप की मांग?
हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने कोर्ट में एक विशेष याचिका दायर कर मामले को खारिज करने की मांग की थी। उनका कहना था कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है और इसका उद्देश्य उन्हें आगामी चुनावों से पहले बदनाम करना है। हालांकि, अमेरिकी कोर्ट ने ट्रंप की इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि मामला कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ेगा।
ट्रंप की प्रतिक्रिया
कोर्ट के इस फैसले के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने इसे “अन्यायपूर्ण” बताया और कहा कि उन्हें राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है। ट्रंप ने अपने समर्थकों के सामने बयान देते हुए कहा कि यह मामला उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके विरोधियों ने इस केस को आगामी राष्ट्रपति चुनावों में उन्हें रोकने के लिए उछाला है।
स्टॉर्मी डेनियल्स का पक्ष
स्टॉर्मी डेनियल्स के वकील ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि कानून के दायरे में ही सच को सामने लाया जाएगा। उनका मानना है कि यह मामला न्याय की जीत की दिशा में एक अहम कदम है।
राजनीतिक असर
इस कोर्ट के फैसले का राजनीतिक असर साफ देखा जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार के रूप में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। ऐसे में यह मामला उनकी छवि को प्रभावित कर सकता है।
क्या है हश मनी केस?
“हश मनी” का मतलब है कि किसी को किसी घटना या आरोप पर चुप रहने के लिए पैसे देना। स्टॉर्मी डेनियल्स के आरोपों के मुताबिक, 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उन्हें ट्रंप के वकील ने 1.3 लाख डॉलर की राशि दी थी ताकि वह इस मामले को सार्वजनिक न करें। हालांकि ट्रंप ने इन आरोपों को नकारा है और इसे फर्जी करार दिया है।
आगे क्या?
कोर्ट के फैसले के बाद यह मामला अब कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ेगा। आने वाले समय में इस केस की सुनवाई के दौरान नए खुलासे हो सकते हैं। इसके अलावा, ट्रंप के वकील अब अगले कानूनी कदम की तैयारी में जुट गए हैं।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह मामला चुनावी समय में एक नई चुनौती बन सकता है। कोर्ट का यह फैसला उनके लिए राजनीतिक और कानूनी दोनों मोर्चों पर मुश्किलें खड़ी कर सकता है। अब देखना यह है कि इस केस में आगे क्या होता है और यह आगामी अमेरिकी चुनावों को कैसे प्रभावित करता है।