जज शेखर यादव के समर्थन में सीएम योगी, विधानसभा में बोले- सच को दबाया नहीं जा सकता
सीएम योगी ने किया जज शेखर यादव का समर्थन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज शेखर यादव के विवादास्पद बयान पर उनका समर्थन किया है। विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने कहा कि सच बोलने वालों को धमकाना या दबाव में लेना लोकतंत्र के खिलाफ है।
क्या है पूरा मामला?
जज शेखर यादव ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया था, जिसके बाद उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। विपक्षी पार्टियों और विभिन्न संगठनों ने उनके बयान को लेकर सवाल उठाए।
- विवाद का कारण: जज शेखर यादव के बयान को लेकर राजनीति तेज हो गई है।
- न्यायपालिका पर सवाल: इस मामले में न्यायपालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर बहस छिड़ गई है।
विधानसभा में सीएम योगी का बयान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में स्पष्ट किया कि जज शेखर यादव के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। उन्होंने कहा,
“सच को दबाया नहीं जा सकता। जो लोग सत्य बोलते हैं, उन्हें धमकाना लोकतंत्र की मर्यादा के खिलाफ है।”
विपक्षी दलों का रुख
इस मुद्दे पर विपक्ष ने सीएम योगी के बयान की आलोचना की है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार न्यायपालिका के विवादित बयानों का बचाव कर रही है।
सच बोलने की आजादी का समर्थन
सीएम योगी ने कहा कि सच बोलने की आजादी हर नागरिक का अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि न्यायपालिका पर हमला करना गलत है और हर किसी को अपने विचार रखने का अधिकार होना चाहिए।
निष्कर्ष
जज शेखर यादव के बयान पर सीएम योगी का समर्थन और विपक्ष की आलोचना ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। यह मामला सिर्फ न्यायपालिका तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में सच और निष्पक्षता की स्वतंत्रता पर भी सवाल उठाता है।