चुनाव की तारीखों का ऐलान महाराष्ट्र और झारखंड के लिए हुआ है, लेकिन दिल्ली में भी चुनावी माहौल गर्म हो चुका है। राजधानी में चुनावी बिगुल बजने से पहले ही आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच घमासान तेज हो गया है। दोनों पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही हैं, और राजधानी के मतदाताओं को लुभाने की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं।
AAP की तैयारी:
दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनावों से पहले अपनी विकास योजनाओं और उपलब्धियों को केंद्र में रखकर प्रचार शुरू किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के क्षेत्र में हुए सुधारों को मुख्य मुद्दा बनाया है। केजरीवाल का कहना है कि उनकी सरकार ने दिल्ली के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं और अब समय आ गया है कि जनता एक बार फिर उन्हें सेवा का मौका दे।
- शिक्षा और स्वास्थ्य: AAP ने दिल्ली में सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों की सफलता को प्रमुख मुद्दा बनाया है। केजरीवाल का दावा है कि दिल्ली की जनता को बेहतरीन शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।
- फ्री बिजली और पानी: दिल्ली में मुफ्त बिजली और पानी की योजनाओं को लेकर भी AAP जनता से समर्थन मांग रही है। पार्टी का कहना है कि इन योजनाओं से लाखों लोगों को सीधा फायदा हुआ है।
BJP की रणनीति:
वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी अपनी कमर कस ली है। पार्टी दिल्ली में सत्ता हासिल करने के लिए आक्रामक प्रचार अभियान चला रही है। BJP, AAP सरकार पर भ्रष्टाचार और खराब प्रशासन के आरोप लगा रही है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार की उपलब्धियों को प्रचार का मुख्य आधार बना रही है।
- विकास का मुद्दा: BJP दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं, जैसे कि उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, और पीएम आवास योजना, को प्रमुखता से उठा रही है।
- केजरीवाल सरकार पर निशाना: BJP का आरोप है कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में केवल घोषणाएं की हैं, लेकिन धरातल पर कोई ठोस काम नहीं हुआ है। पार्टी ने AAP पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए हैं, खासकर शराब नीति घोटाले को लेकर।
क्या हैं प्रमुख मुद्दे:
- प्रदूषण: दिल्ली में प्रदूषण का मुद्दा एक बार फिर से चुनावी चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है। AAP और BJP दोनों ही पार्टियां इसके समाधान के लिए योजनाएं और वादे कर रही हैं।
- महंगाई: महंगाई और बेरोजगारी भी दिल्ली के चुनावों में बड़ा मुद्दा बन सकती हैं। AAP ने केंद्र सरकार पर महंगाई को काबू करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है, जबकि BJP दिल्ली की राज्य सरकार की नीतियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रही है।