पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान, सुरक्षा बलों ने इमरान खान की दो बहनों समेत 30 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना ने एक बार फिर देश में राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है।
इस्लामाबाद में सुरक्षा स्थिति
- लॉकडाउन: इस्लामाबाद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और शहर के कई क्षेत्रों को ‘लॉक’ कर दिया गया है। यह निर्णय रैली के दौरान संभावित हिंसा और अशांति की आशंका के चलते लिया गया है।
- सुरक्षा बलों की तैनाती: पुलिस और रेंजरों की संख्या में इजाफा किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोका जा सके।
मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर प्रभाव
- सेवाओं में बाधा: इस रैली के दौरान, मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं पर भी असर पड़ा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कई क्षेत्रों में नेटवर्क कवरेज प्रभावित हुआ है, जिससे नागरिकों को संचार करने में कठिनाई हो रही है।
- सुरक्षा उपाय: अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों से इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है, ताकि किसी भी प्रकार की हिंसक गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सके।
पार्टी का रुख
- इमरान खान की गिरफ्तारी: इमरान खान को पहले ही कई बार गिरफ्तार किया गया है, और उनकी पार्टी पीटीआई इस बार भी उनके समर्थन में खुलकर खड़ी है। पार्टी ने इन गिरफ्तारियों को राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम बताया है।
- रैली का उद्देश्य: पीटीआई ने इस रैली का आयोजन सत्ता में वापसी और अपने नेताओं की रिहाई के लिए किया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- विपक्ष का बयान: विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई की आलोचना की है और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है।
- सामाजिक मीडिया पर चर्चा: सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर गहन चर्चा हो रही है, जहां नागरिकों ने अपनी नाराजगी और चिंता व्यक्त की है।