कॉलोनी में चल रहा था गुप्त ‘गैरकानूनी धंधा’, 17 लड़कियां और 4 लड़के पुलिस की गिरफ्त में
एक शांत कॉलोनी में चल रहे गैरकानूनी गतिविधियों का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने छापेमारी कर 17 लड़कियों और 4 लड़कों को गिरफ्तार किया है। यह घटना शहर के पॉश इलाके की है, जहां एक किराए के फ्लैट में लंबे समय से इस अवैध कार्य का संचालन किया जा रहा था।
कैसे हुआ खुलासा?
- पड़ोसियों की शिकायत: कॉलोनी के निवासियों ने संदिग्ध गतिविधियों को लेकर पुलिस को सूचना दी।
- पुलिस की योजना: शिकायतों के आधार पर पुलिस ने गुप्त रूप से मामले की जांच की और छापेमारी के लिए पूरी तैयारी की।
- रंगे हाथ पकड़े गए: छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके पर सभी संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया।
क्या हो रहा था फ्लैट में?
- पुलिस के अनुसार, फ्लैट का इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों और संदिग्ध कारोबार के लिए किया जा रहा था।
- फर्जी पहचान का इस्तेमाल: फ्लैट को किराए पर लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था।
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल: पुलिस ने खुलासा किया कि यह गिरोह सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स के जरिए ग्राहकों से संपर्क करता था।
गिरफ्तार लोगों का प्रोफाइल
- लड़कियां: गिरफ्तार की गई लड़कियां आसपास के राज्यों से आई हुई थीं और कई उच्च शिक्षित थीं।
- लड़के: गिरोह के पुरुष सदस्य इस पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहे थे।
- फिरौती और ब्लैकमेलिंग: पुलिस को शक है कि यह समूह ब्लैकमेलिंग और अन्य अपराधों में भी शामिल हो सकता है।
पुलिस की कार्रवाई
- सामग्री जब्त: मौके से नकदी, मोबाइल फोन, और संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
- मालिक पर कार्रवाई: फ्लैट मालिक से भी पूछताछ की जा रही है, जिसने किरायेदारों की गतिविधियों पर ध्यान नहीं दिया।
- अधिकारियों का बयान: पुलिस ने कहा कि इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
पड़ोसियों की प्रतिक्रिया
कॉलोनी के निवासियों ने इस घटना के सामने आने के बाद राहत की सांस ली है।
- संदिग्ध गतिविधियां: पड़ोसियों ने बताया कि फ्लैट में अक्सर अजनबी लोग आते-जाते थे, जिससे शक पैदा हुआ।
- सुरक्षा की मांग: अब कॉलोनी के लोग इलाके में सुरक्षा बढ़ाने और किरायेदारों की सही तरीके से जांच की मांग कर रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय
- साइबर विशेषज्ञ: इस तरह के गैरकानूनी कार्यों में अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बढ़ रहा है, जिसे नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण है।
- कानूनी विशेषज्ञ: गिरफ्तार आरोपियों पर मानव तस्करी, धोखाधड़ी, और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा चल सकता है।