इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में हमास नेता याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि की है और इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है। नेतन्याहू ने कहा, “हमने जैसा वादा किया था वैसा कर दिया, हिसाब बराबर।” उन्होंने इस हत्या को एक ऐसा कदम बताया है, जो इज़राइल की सुरक्षा के लिए आवश्यक था।
याह्या सिनवार का महत्व
याह्या सिनवार, जो कि हमास के राजनीतिक और सैन्य शाखाओं के प्रमुख थे, इज़राइल के लिए एक प्रमुख दुश्मन माने जाते थे। उनकी नेतृत्व क्षमता और रणनीतिक दृष्टिकोण के चलते हमास ने गाजा में अपनी पकड़ को मजबूत किया था। सिनवार की हत्या को इज़राइल की सुरक्षा बलों द्वारा एक बड़ी जीत माना जा रहा है, क्योंकि वे कई बार इज़राइल पर हमलों की योजना बनाने में शामिल रहे थे।
नेतन्याहू का संदेश
नेतन्याहू ने गाजा के लोगों को एक खास संदेश दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य केवल आतंकवादियों का सफाया करना है, लेकिन वे आम लोगों को चोट नहीं पहुँचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हम गाजा के लोगों को सुरक्षा और शांति प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जो लोग आतंकवाद के समर्थन में हैं, उन्हें उनके किए का भुगतान करना होगा।”
प्रतिक्रिया
इस बयान के बाद, गाजा में हमास के समर्थकों ने नेतन्याहू की इस टिप्पणी को आक्रोश के साथ लिया है। वे इसे इज़राइल के आक्रमक नीतियों का हिस्सा मानते हैं। कई मानवाधिकार संगठनों ने भी इस कार्रवाई की निंदा की है और कहा है कि इस तरह के हमलों से गाजा में सामान्य नागरिकों का जीवन और भी कठिन हो जाता है।