विवाह पंचमी 2024: जानें राम-सीता विवाह की पौराणिक कथा और शुभ मुहूर्त
विवाह पंचमी का महत्व
विवाह पंचमी का त्योहार हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान राम और माता सीता के विवाह के पावन अवसर को समर्पित है। हिंदू धर्म में इसे अत्यंत शुभ और पवित्र माना जाता है।
2024 में विवाह पंचमी की तिथि और शुभ मुहूर्त
- तिथि: विवाह पंचमी 2024 को 16 दिसंबर (सोमवार) के दिन मनाई जाएगी।
- शुभ मुहूर्त: पूजा का शुभ समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक है।
राम-सीता विवाह की पौराणिक कथा
रामायण के अनुसार, जनकपुरी के राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के स्वयंवर का आयोजन किया था। स्वयंवर की शर्त थी कि जो भी शिव धनुष को उठाकर उसे तोड़ेगा, उसी से सीता का विवाह होगा।
भगवान राम ने गुरु विश्वामित्र के साथ जनकपुरी पहुंचकर इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। उन्होंने शिव धनुष को तोड़कर सीता का हाथ मांगा। इसके बाद राम और सीता का भव्य विवाह हुआ, जो आज भी श्रद्धालुओं के लिए आदर्श प्रेम और समर्पण का प्रतीक है।
पूजा विधि
- मंदिर सजावट: भगवान राम और सीता की मूर्तियों को पुष्पों और वस्त्रों से सजाएं।
- पूजन सामग्री: धूप, दीप, फूल, फल, मिठाई, नारियल और पंचामृत का उपयोग करें।
- रामचरितमानस पाठ: रामायण के बालकांड में वर्णित विवाह प्रसंग का पाठ करें।
- आरती: पूजा के अंत में भगवान राम और सीता की आरती करें।
विवाह पंचमी का धार्मिक महत्व
- यह दिन भगवान राम और माता सीता के आदर्श दांपत्य जीवन की याद दिलाता है।
- इस दिन भगवान राम और सीता की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
- विवाह योग्य लड़कियों के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
निष्कर्ष
विवाह पंचमी सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भगवान राम और माता सीता के आदर्श प्रेम और समर्पण की कहानी का प्रतीक है। इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाने से जीवन में सकारात्मकता और दांपत्य सुख आता है। इस पावन दिन पर पूजा-अर्चना कर भगवान राम और माता सीता का आशीर्वाद पाएं।