अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी USAID (United States Agency for International Development) को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। खबरों के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन दोबारा सत्ता में आते ही इस एजेंसी में काम कर रहे ज्यादातर कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रहा है।
क्या है मामला?
USAID एक सरकारी एजेंसी है जो दुनियाभर में विकास और मानवीय सहायता से जुड़े कार्यों के लिए जानी जाती है। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में भी इस एजेंसी की फंडिंग में कटौती की थी और अब उनके संभावित नए कार्यकाल में USAID के बड़े हिस्से को खत्म करने की योजना बनाई जा रही है।
एलन मस्क ने पहले ही जता दी थी आशंका
टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क पहले ही USAID को ‘आपराधिक संगठन’ करार दे चुके हैं। मस्क का कहना था कि यह एजेंसी असल में अमेरिकी विदेश नीति के नाम पर कई देशों में हस्तक्षेप करने और सत्ता परिवर्तन की गतिविधियों में शामिल रही है। उनके इस बयान को लेकर पहले भी काफी विवाद हुआ था।
ट्रंप प्रशासन की योजना क्या है?
अगर डोनाल्ड ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो उनके प्रशासन की योजना USAID के बजट में भारी कटौती करने और इसके कर्मचारियों की संख्या में बड़ा बदलाव करने की है। यह कदम अमेरिकी घरेलू नीति में बदलाव और अंतरराष्ट्रीय सहायता में कमी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- डेमोक्रेटिक पार्टी ने इस कदम की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि यह अमेरिका की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचाएगा।
- रिपब्लिकन समर्थकों का कहना है कि विदेशी सहायता पर खर्च करने की बजाय अमेरिका को अपने अंदरूनी मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।