महाराष्ट्र के सियासी दिग्गज और राकांपा (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र चुनावों के बीच एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता और आगामी राजनीति पर सवाल उठाए। पवार का कहना है कि मोदी युग अब खत्म होने की ओर है और देश को एक बड़ा संदेश मिलने वाला है। इस बयान से सियासी हलकों में हलचल मच गई है, खासकर महाराष्ट्र में, जहां आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी की राजनीति पर सवाल
शरद पवार ने कहा, “मोदी के नेतृत्व में देश में जो बदलाव हुए हैं, उनके अब अंतिम दौर में पहुंचने का समय आ गया है। भारतीय राजनीति में बदलाव की बयार चल रही है और देश को एक नया दिशा मिलने वाला है। यह सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है।” पवार ने यह भी कहा कि मोदी का शासन अब अपने अंतिम चरण में है और आने वाले समय में उन्हें देशवासियों की नई उम्मीदों का सामना करना पड़ेगा।
पवार ने आगे कहा, “लोग अब यह महसूस कर रहे हैं कि मोदी की नीतियां और फैसले उनके हित में नहीं हैं। खासकर आर्थिक और सामाजिक मोर्चे पर सरकार की नाकामी ने लोगों का भरोसा तोड़ा है। मोदी सरकार के खिलाफ एक बड़ी लहर बन रही है, जो भविष्य में देश की राजनीति को प्रभावित करेगी।”
महाराष्ट्र चुनाव और विपक्ष का एकजुट होना
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पवार ने विपक्ष की एकजुटता की बात की। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में बदलाव का समय आ गया है। हम सभी विपक्षी पार्टियां मिलकर एक साझा मंच पर चुनाव लड़ेंगे। यह चुनाव महज विधानसभा चुनाव नहीं है, बल्कि यह मोदी सरकार के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने का अवसर है। हम इस चुनाव में विजय प्राप्त करेंगे और जनता का भरोसा पुनः जीतेंगे।”
पवार ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की जनता अब बदलाव चाहती है और उन्हें विश्वास है कि आगामी चुनाव में उनके नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन की जीत होगी। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशों का जिक्र करते हुए कहा, “हम सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं ताकि देश की राजनीति में एक नया बदलाव लाया जा सके।”
संकीर्ण राजनीति पर हमला
शरद पवार ने यह भी कहा कि भाजपा और नरेंद्र मोदी की राजनीति संकीर्ण और विभाजनकारी रही है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने हमेशा समाज को विभाजित करने और धर्म के आधार पर राजनीति करने की कोशिश की। पवार ने कहा, “भा.ज.पा की राजनीति धर्म के नाम पर वोट बैंक बनाने की है, लेकिन अब लोग समझ रहे हैं कि इससे समाज और देश का विकास नहीं हो सकता।”
राकांपा का भविष्य और पवार की रणनीति
अपने पार्टी के भविष्य के बारे में पवार ने कहा कि राकांपा का उद्देश्य हमेशा महाराष्ट्र के विकास और उसकी राजनीति में सकारात्मक बदलाव लाना रहा है। उन्होंने कहा कि राकांपा की नीति हमेशा समाज के सभी वर्गों के उत्थान की रही है और इस चुनाव में भी पार्टी का उद्देश्य यही रहेगा।
पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में राकांपा के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी और उनकी पार्टी आगामी चुनावों में एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरेगी।
नए नेतृत्व और बदलाव की आहट
पवार ने यह भी संकेत दिया कि समय के साथ भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का प्रभाव कम होने वाला है और देश में एक नया नेतृत्व उभरकर सामने आएगा। पवार ने कहा, “अब समय आ गया है कि देश की राजनीति में नए चेहरों का उदय हो, जो जनता के हित में काम करें और देश के विकास को प्राथमिकता दें।”