संभल हिंसा: पुलिस का बड़ा एक्शन, 100 पत्थरबाजों की पहचान, 27 गिरफ्तार
पत्थरबाजों की पहचान और गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 100 पत्थरबाजों की पहचान कर ली है। अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों की आयु 14 से 72 वर्ष के बीच है।
दर्ज हुईं 12 प्राथमिकी
पुलिस ने इस हिंसक घटना को लेकर अब तक 12 प्राथमिकी (FIR) दर्ज की हैं। अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटना के पीछे का कारण: शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण
यह हिंसा 24 नवंबर 2024 को उस समय भड़की, जब शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण चल रहा था। इस दौरान भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और 20 पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया।
बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक
घटना के बाद प्रशासन ने 1 दिसंबर तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही, इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है ताकि अफवाहें न फैलें।
सीसीटीवी फुटेज से उपद्रवियों की पहचान
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और वीडियो की मदद से आरोपियों की पहचान की है। वीडियो में उपद्रवियों को पत्थरबाजी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए देखा गया।
अखिलेश यादव का सरकार पर आरोप
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह उपचुनावों में हुई अनियमितताओं से ध्यान भटकाने के लिए एक साजिश है।
प्रशासन ने की शांति की अपील
घटना के बाद संभल में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि हिंसा फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना कानून-व्यवस्था और धार्मिक सद्भाव के मुद्दों को लेकर बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी।