प्रयागराज महाकुंभ 2025: शिवालय पार्क में एक साथ 12 ज्योतिर्लिंगों और प्रमुख मंदिरों के दर्शन
प्रयागराज महाकुंभ: भारत के धार्मिक वैभव का अद्भुत अनुभव
2025 का प्रयागराज महाकुंभ जल्द ही शुरू होने वाला है, और इस आयोजन में शामिल होने वाले भक्तों के लिए शिवालय पार्क एक आकर्षण का केंद्र बन गया है। यह पार्क धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव का एक अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत करता है।
शिवालय पार्क: भारत का नक्शा और धार्मिक स्थलों का संगम
प्रयागराज के अरैल गंगा घाट के पास स्थित शिवालय पार्क भारत के नक्शे के आकार में बनाया गया है। इस पार्क में 12 ज्योतिर्लिंगों और भारत के विभिन्न राज्यों के प्रमुख मंदिरों की प्रतिकृति स्थापित की गई है।
कबाड़ से बने भव्य मंदिर
शिवालय पार्क की एक खासियत यह है कि यहां बने सभी मंदिर कबाड़ से तैयार किए गए हैं। लोहे के टुकड़ों और स्क्रैप सामग्री से बनी इन संरचनाओं को इतनी खूबसूरती से बनाया गया है कि वे असली मंदिरों जैसी भव्यता प्रदान करती हैं।
समुद्र मंथन और त्रिशूल का दृश्य
पार्क में प्रवेश करते ही समुद्र मंथन का जीवंत दृश्य देखने को मिलता है। देवताओं और दानवों को नागवासुकी के माध्यम से रस्सी बनाकर मंथन करते हुए दिखाया गया है। इसके अलावा, यहां विशालकाय त्रिशूल और नंदी की प्रतिकृति भी मौजूद है।
12 ज्योतिर्लिंग और प्रमुख मंदिरों का अनुभव
शिवालय पार्क में भारत के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतिकृतियां हैं, जो उनके वास्तविक स्थान के अनुसार बनाई गई हैं। साथ ही, भारत के अन्य प्रमुख मंदिर जैसे काशी विश्वनाथ, केदारनाथ, और महाकालेश्वर की प्रतिकृतियां भी यहां देखी जा सकती हैं।
नदी और बोटिंग का रोमांचक अनुभव
पार्क के नक्शे के चारों ओर एक प्रतीकात्मक नदी बनाई गई है, जहां बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है। यह भक्तों को भारत की परिक्रमा का अनुभव कराती है और अध्यात्म के साथ रोमांच का आनंद प्रदान करती है।
एंट्री फीस और अन्य सुविधाएं
पार्क में प्रवेश के लिए सप्ताह के दिनों में 50 रुपये और वीकेंड पर 100 रुपये का शुल्क रखा गया है। 3 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एंट्री फ्री है। पार्क में फोटोग्राफी की अनुमति है और पर्यटक यहां ध्यान, फोटोग्राफी और स्नैक्स का लुत्फ उठा सकते हैं।
ऐतिहासिक मान्यता और सांस्कृतिक महत्व
शिवालय पार्क में समुद्र मंथन का दृश्य इसलिए दर्शाया गया है क्योंकि मान्यता है कि प्रयागराज में अमृत की बूंदें गिरी थीं। यह स्थान भारत के पहले यज्ञ से भी जुड़ा हुआ है।
यात्रा का अनुभव
शिवालय पार्क प्रयागराज में आने वाले भक्तों के लिए एक अद्वितीय स्थान है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध अनुभव प्रदान करता है, जो हर व्यक्ति के जीवन में एक अनोखी छाप छोड़ता है।