आंध्र-ओडिशा दौरे पर पीएम मोदी: मुख्य परियोजनाओं पर जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8-9 जनवरी को आंध्र प्रदेश और ओडिशा के दौरे पर हैं। इस दौरान उनका प्रमुख फोकस ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट और प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन पर है। आंध्र प्रदेश के पुदिमदका में NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड द्वारा स्थापित ग्रीन हाइड्रोजन हब इस दौरे का मुख्य आकर्षण है।
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन भुवनेश्वर में
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के तहत ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में दुनियाभर से आए भारतीय मूल के लोग शामिल होंगे। यह सम्मेलन भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों की भूमिका पर केंद्रित होगा।
ग्रीन एनर्जी: भविष्य की ओर एक कदम
पुदिमदका में NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का ग्रीन हाइड्रोजन हब भारत के हरित ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा। यह प्रोजेक्ट भारत को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी ग्रीन एनर्जी को देश की प्राथमिकता बताया है।
रक्षा सहयोग और ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर चर्चा
प्रधानमंत्री के दौरे के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, संयुक्त संसदीय समिति ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ के मुद्दे पर विचार-विमर्श करेगी।
दिल्ली से जुड़ी अहम खबरें
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच सीएम निवास पर स्विमिंग पूल विवाद सुर्खियों में है। इस बीच शिरोमणि अकाली दल और अकाल तख्त प्रमुख के बीच पार्टी नेतृत्व पर बातचीत हो रही है।
अन्य राष्ट्रीय मुद्दे
- नोएडा में इंडस फूड 2025 का उद्घाटन हो रहा है।
- प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी।
- सुप्रीम कोर्ट मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद और तीन तलाक कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करेगा।
मौसम और सुरक्षा पर चर्चा
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड जारी है। कई राज्यों में शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। दूसरी ओर, मुंबई में एक आवासीय इमारत में आग लगने की घटना ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा भारत के ऊर्जा और विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्रीन हाइड्रोजन हब जैसी परियोजनाएं और प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन जैसे कार्यक्रम देश को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेंगे। इस दौरे से देश की ऊर्जा जरूरतें पूरी करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की दिशा में सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं।