इस बार नवरात्र का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। आज नवरात्र की सप्तमी तिथि है, जब माता दुर्गा के सप्तमी स्वरूप की पूजा की जा रही है। भक्तगण श्रद्धा से माता की अराधना कर रहे हैं, वहीं आगामी अष्टमी और नवमी के लिए विशेष तैयारियाँ चल रही हैं।
विशेष पूजा और भोग
- सप्तमी पूजन: भक्तगण आज माता दुर्गा के सप्तमी स्वरूप की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इस अवसर पर विशेष मंत्रों का जाप और हवन का आयोजन भी किया जा रहा है।
- अष्टमी-युक्त नवमी: नवरात्र के इस पावन अवसर पर, अष्टमी और नवमी के दिन, कालका माता को 11,000 रसगुल्ले का भोग अर्पित किया जाएगा। इस भोग का आयोजन खासतौर पर माता की कृपा प्राप्त करने और भक्तों के मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए किया जा रहा है।
सांस्कृतिक महत्व
इस दिन विशेष रूप से माता दुर्गा के शक्तिशाली स्वरूप की पूजा की जाती है, और इसे देवी पूजा का एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन भक्तगण व्रत रखते हैं और माता की आराधना करते हैं, जिससे उन्हें शक्ति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
श्रद्धालुओं की तैयारी
भक्तगण नवरात्रि के इस पर्व को लेकर उत्साहित हैं और अपने-अपने घरों में माता के लिए विशेष सजावट और अलंकरण कर रहे हैं। कई भक्तगण मंदिरों में जाकर माता की पूजा करने का संकल्प ले रहे हैं और सामूहिक रूप से भजन-कीर्तन का आयोजन कर रहे हैं।