हाल ही में एक सनसनीखेज आरोप सामने आया है जिसमें कहा जा रहा है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने ताइवानी कंपनी के साथ मिलकर एक विस्फोट की स्क्रिप्ट पहले ही तैयार कर दी थी। इस आरोप ने इजरायल के प्रति संदेह और चिंताओं को गहरा कर दिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस आरोप के पीछे कुछ गुप्त दस्तावेज़ और साक्षात्कार शामिल हैं, जो सुझाव देते हैं कि मोसाद और ताइवानी कंपनी के बीच एक रहस्यमय समझौता था। इस समझौते के तहत, विस्फोट की योजना और इसकी स्क्रिप्ट पहले से ही तैयार की गई थी, जिससे यह संदेह उत्पन्न हुआ कि इस घटना को पूर्वनियोजित किया गया हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह आरोप सही साबित होता है, तो इसका वैश्विक सुरक्षा स्थिति पर गंभीर असर हो सकता है। इजरायल और ताइवानी कंपनी के बीच की इस संदिग्ध साझेदारी की जांच की जा रही है, और इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी का खुलासा करने की मांग बढ़ रही है।
इजरायल ने इस मामले पर अभी तक आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन इस विवाद ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर इजरायल की छवि को प्रभावित किया है। इस स्थिति को लेकर विभिन्न मानवाधिकार संगठनों और राजनीतिक विश्लेषकों ने चिंता जताई है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।