खाटू श्याम मंदिर में नए नियम लागू
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में इस साल के लक्खी मेले के दौरान दर्शन व्यवस्था में बड़े बदलाव किए गए हैं। 28 फरवरी से 11 मार्च 2025 तक चलने वाले इस मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने दर्शन प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए कई नई व्यवस्थाएँ लागू की हैं।
VIP दर्शन रहेंगे पूरी तरह बंद
इस बार प्रशासन ने वीआईपी दर्शन पर पूरी तरह रोक लगा दी है। केवल सरकारी प्रोटोकॉल के अंतर्गत आने वाले व्यक्तियों को ही विशेष अनुमति मिलेगी। इसका उद्देश्य आम श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के दर्शन का अवसर प्रदान करना है।
QR कोड स्कैन करके होंगे दर्शन
अब भक्तों को मंदिर परिसर तक पहुँचने और दर्शन करने के लिए QR कोड स्कैन करना होगा। इस व्यवस्था के तहत ऑनलाइन बुकिंग और डिजिटल प्रवेश पास जारी किए जाएँगे, जिससे भीड़ प्रबंधन को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।
यातायात और पार्किंग में बदलाव
- विशाल पार्किंग स्थल: मंडा मोड़ के पास छोटे वाहनों के लिए एक बड़ा पार्किंग स्थल विकसित किया गया है, जहाँ से श्रद्धालुओं को बसों के माध्यम से 52 बीघा पार्किंग तक लाया जाएगा।
- मिनी बसों के लिए आरक्षित पार्किंग: 52 बीघा पार्किंग में केवल मिनी बसों को प्रवेश की अनुमति होगी, जबकि बड़े वाहन यहाँ नहीं आ सकेंगे।
- ई-रिक्शा संचालन: मंदिर के आसपास केवल विशेष पास वाले ई-रिक्शा को ही चलने की अनुमति होगी। बिना पास वाले ई-रिक्शा को जब्त कर लिया जाएगा।
भंडारे और प्रसाद वितरण में बदलाव
- भंडारे के संचालन का समय निश्चित किया गया है और इसके लिए एक मामूली शुल्क लिया जाएगा, जिससे सफाई और अन्य व्यवस्थाओं को बेहतर किया जा सके।
- कांटेदार गुलाब, कांच की बोतलें और इत्र की शीशियों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
सुरक्षा और मॉनिटरिंग के लिए विशेष इंतज़ाम
मेले के दौरान सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने चार विशेष मॉनिटरिंग सेंटर स्थापित किए हैं:
- मंदिर परिसर
- मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय
- कंट्रोल रूम खाटू
- कंट्रोल रूम सीकर
रींग रोड पर डीजे और शराब पर पूर्ण प्रतिबंध
श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक माहौल बनाए रखने के लिए रींग रोड पर डीजे बजाने और शराब बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
मेडिकल और आपातकालीन सेवाओं को बढ़ाया गया
- मेले के दौरान मेडिकल यूनिट्स और आपातकालीन सेवाओं को मजबूत किया गया है।
- अग्निशमन और एंबुलेंस के लिए विशेष आपातकालीन मार्ग तैयार किया गया है।
प्रशासन की श्रद्धालुओं से अपील
सीकर जिला प्रशासन और मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन करें और दर्शन के लिए निर्धारित समय में ही आएं। मेले से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ मंदिर समिति के सोशल मीडिया पेज और आधिकारिक वेबसाइट पर साझा की जाएंगी।