इजरायल ने जम्मू-कश्मीर को अपने एक आधिकारिक मानचित्र में पाकिस्तान का हिस्सा दर्शाने का एक विवादित कदम उठाया है। यह घटना तब हुई जब इजरायल ने एक राजनीतिक अभियान के तहत चुनावी मानचित्र जारी किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर को गलत तरीके से दर्शाया गया।
घटना का विवरण
इजरायल के इस मानचित्र में जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान के हिस्से के रूप में दिखाया गया, जो न केवल भारत के लिए अपमानजनक है, बल्कि यह इजरायल की राजनीतिक समझ को भी सवाल में डालता है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत और इजरायल के बीच मजबूत कूटनीतिक संबंध बने हुए हैं।
भारत की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद भारत सरकार ने इजरायल से अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और कहा है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा से भारत का अभिन्न हिस्सा रहा है। भारत ने इजरायल के इस कदम को नकारात्मक और संवेदनशीलता से रहित करार दिया है।
इजरायल का स्पष्टीकरण
इजरायल सरकार ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि यह एक तकनीकी गलती थी और उन्होंने जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा दर्शाने का इरादा नहीं रखा था। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी गलतियों से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
चुनावी संदर्भ
यह घटना चुनावी माहौल में आ रही है, जहां इजरायल में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक दल अपने मुद्दों को उठाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इस तरह की गलतियों का असर चुनावी राजनीति पर भी पड़ सकता है।