इजराइल-हिजबुल्लाह संघर्ष पर विराम: क्या है शांति समझौते की शर्तें?
2 महीने बाद संघर्ष विराम की ओर बढ़ा पश्चिम एशिया
तेल अवीव: इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच दो महीने से जारी खूनी संघर्ष अब समाप्ति की ओर है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रस्ताव पर दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम के लिए सहमति जता दी है। माना जा रहा है कि आज इजराइली नेशनल सिक्योरिटी कैबिनेट इस समझौते पर अंतिम मुहर लगा सकती है।
सीजफायर से पहले हिजबुल्लाह पर इजराइल का प्रहार
इस समझौते पर हस्ताक्षर ऐसे समय में हो रहे हैं जब इजराइल ने हिजबुल्लाह के प्रमुख कमांडर्स और कई अहम ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया है। इजराइली सेना का कहना है कि उन्होंने संघर्ष विराम से पहले हिजबुल्लाह को भारी नुकसान पहुंचाया है।
हिजबुल्लाह की प्रतिक्रिया
संघर्ष विराम की चर्चा के बाद हिजबुल्लाह ने इजराइल पर रॉकेट हमलों की तीव्रता घटा दी है। हाल के दिनों में बड़े पैमाने पर रॉकेट दागने वाली हिजबुल्लाह ने सोमवार को केवल सीमित संख्या में रॉकेट फायर किए। इसे शांति समझौते की दिशा में सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
क्या है सीजफायर समझौता?
इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच यह शांति समझौता तीन चरणों में लागू होगा:
- पहला चरण:
- हिजबुल्लाह लिटानी नदी के उत्तर से अपनी सेनाएं हटाएगा।
- इजराइल दक्षिणी लेबनान में कब्जाई गई जमीन को खाली करेगा।
- दूसरा चरण:
- इजराइल और लेबनान के दल विवादित सीमा क्षेत्रों पर शांति वार्ता शुरू करेंगे।
- तीसरा चरण:
- अमेरिका की अगुवाई में एक अंतरराष्ट्रीय संस्था को युद्धविराम की शर्तों की निगरानी के लिए नियुक्त किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दोनों पक्ष शर्तों का सही से पालन कर रहे हैं।
इजराइल को मिलेगा “फ्री हैंड”?
यह माना जा रहा है कि अमेरिका इजराइल को फ्री हैंड देगा, ताकि अगर हिजबुल्लाह समझौते का उल्लंघन करता है, तो इजराइल सैन्य कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगा। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।
क्या यह शांति स्थायी होगी?
इस संघर्ष विराम को पश्चिम एशिया में स्थिरता लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। लेकिन यह देखना होगा कि दोनों पक्ष शांति समझौते की शर्तों का पालन कितनी सख्ती से करते हैं।
यह शांति समझौता पश्चिम एशिया में लंबे समय से चले आ रहे संघर्षों को समाप्त करने की दिशा में एक नई शुरुआत हो सकती है।