Iran-Israel Crisis: ‘मिडिल ईस्ट में भड़की आग खोल रही नरक का द्वार’, ईरान-इजरायल जंग पर बोले UN प्रमुख

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संयुक्त राष्ट्र (UN) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव और संघर्ष को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि “मिडिल ईस्ट में भड़की आग खोल रही नरक का द्वार” और यह स्थिति क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बन गई है।

गुटेरेस का बयान

  • आग का द्वार: गुटेरेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मिडिल ईस्ट में जो संघर्ष और हिंसा बढ़ रही है, वह केवल क्षेत्र के लिए नहीं, बल्कि विश्व के लिए भी खतरा है। यह नरक का द्वार खोलने जैसा है।”
  • संघर्ष का विस्तार: उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस संघर्ष को तुरंत समाप्त नहीं किया गया, तो यह अन्य देशों में भी फैल सकता है और वैश्विक शांति को प्रभावित कर सकता है।

संयुक्त राष्ट्र की स्थिति

  • संघर्ष में मानवीय प्रभाव: गुटेरेस ने कहा कि इस संघर्ष का मानवीय प्रभाव अत्यधिक गंभीर है, जिसमें नागरिकों की जानें जा रही हैं और बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हो रहे हैं। उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने और संवाद के माध्यम से समस्याओं का समाधान निकालने का आह्वान किया।
  • संयुक्त राष्ट्र की भूमिका: UN प्रमुख ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघर्ष में मध्यस्थता के लिए तैयार है और सभी पक्षों को बातचीत की टेबल पर लाने के लिए प्रयास करेगा।

ईरान-इजरायल संघर्ष की पृष्ठभूमि

  • क्षेत्रीय तनाव: पिछले कुछ महीनों में, ईरान और इजरायल के बीच संबंध तेजी से बिगड़ गए हैं। इजरायल ने हिज़्बुल्लाह और ईरानी समर्थित समूहों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की है, जबकि ईरान ने इजरायली ठिकानों पर हमलों की धमकी दी है।
  • आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव: इस संघर्ष का क्षेत्रीय देशों और वैश्विक शक्ति संतुलन पर भी प्रभाव पड़ सकता है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस जंग के फैलने से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आ सकता है और वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर सकता है।