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धोनी, सहवाग, द्रविड़… 8 भारतीय क्रिकेटर्स जिनको नहीं मिला फेयरवेल मैच

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भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों को क्यों नहीं मिला फेयरवेल मैच?

भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने अपने शानदार करियर से क्रिकेट की दुनिया में अपनी छाप छोड़ी, लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें अपना अंतिम मैच खेलकर अलविदा कहने का मौका नहीं मिला। इन खिलाड़ियों ने अपने खेल से देश को गौरवमयी क्षण दिए, फिर भी क्रिकेट बोर्ड और चयनकर्ताओं की ओर से फेयरवेल मैच की पेशकश नहीं की गई। हाल ही में रविचंद्रन अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जो इस विषय पर चर्चा का कारण बना। आइए जानते हैं उन 8 भारतीय दिग्गज क्रिकेटर्स के बारे में जिनको फेयरवेल मैच नहीं मिला।


1. रविचंद्रन अश्विन

रविचंद्रन अश्विन, जो भारत के सबसे बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं, ने तीसरे टेस्ट के बाद अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया। उन्होंने अपने करियर का आखिरी मैच एडिलेड में खेला, लेकिन उन्हें फेयरवेल मैच का अवसर नहीं मिला।


2. एम.एस. धोनी

एम.एस. धोनी ने 2019 में वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के बाद भारत के लिए आखिरी बार खेला था। फिर, 2020 में उन्होंने बिना किसी चेतावनी के संन्यास की घोषणा कर दी। धोनी, जो भारत के सबसे सफल कप्तान रहे, को भी फेयरवेल मैच नहीं मिल पाया।


3. वीरेंद्र सहवाग

वीरेंद्र सहवाग, जिन्होंने अपने आक्रामक बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत में नाम कमाया, 2013 में बिना फेयरवेल मैच के संन्यास ले लिया। सहवाग का योगदान भारतीय क्रिकेट में हमेशा याद किया जाएगा, लेकिन उन्हें उचित विदाई का मौका नहीं मिला।


4. युवराज सिंह

युवराज सिंह को 2017 में कथित तौर पर फेयरवेल मैच की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इस मौके को ठुकरा दिया। युवराज सिंह, जिन्होंने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने में अहम भूमिका निभाई थी, को अंतिम मैच नहीं मिला।


5. हरभजन सिंह

हरभजन सिंह ने 2016 में भारत के लिए आखिरी मैच खेला था, और फिर 2021 में उन्होंने खेल के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। हरभजन को भी अपनी शानदार क्रिकेट यात्रा का समापन फेयरवेल मैच के बिना करना पड़ा।


6. जहीर खान

जहीर खान, जिन्होंने 2011 के वनडे विश्व कप में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई, धीरे-धीरे भारतीय टीम से बाहर हो गए और 2015 में उन्होंने संन्यास की घोषणा की। उन्हें भी फेयरवेल मैच का मौका नहीं मिला, जबकि उनका योगदान भारतीय क्रिकेट के लिए अविस्मरणीय है।


7. शिखर धवन

शिखर धवन, जिनकी बल्लेबाजी ने कई महत्वपूर्ण मैचों में भारत को जीत दिलाई, 2024 की शुरुआत में क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। उन्हें भी कभी अपने फेयरवेल मैच का अवसर नहीं मिला, जो उनके लिए एक दुखद क्षण है।


8. वीवीएस लक्ष्मण

वीवीएस लक्ष्मण, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया, 2012 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्हें भी कभी कोई फेयरवेल मैच नहीं मिला, जिससे उनकी विदाई को लेकर प्रशंसकों के मन में सवाल उठते हैं।