भारत और अमेरिका के बीच MQ-9B ड्रोन डील: 31 युद्धक ड्रोन की खरीद
भारत ने अमेरिका के साथ 31 MQ-9B युद्धक ड्रोन की खरीद के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। यह डील न केवल भारत के रक्षा क्षेत्र में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह चीन और पाकिस्तान के लिए भी चिंता का विषय बन गई है।
डील के मुख्य बिंदु
- ड्रोन की विशेषताएँ:
- MQ-9B ड्रोन अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं और इन्हें उच्च ऊँचाई पर उड़ान भरने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये ड्रोन रिमोटली पायलटेड होते हैं और इनमें इंटेलिजेंस, सर्वेलांस, और रिकॉन्नेसेंस (ISR) क्षमताएँ हैं।
- इन ड्रोन में लंबी दूरी की निगरानी और लक्ष्यों पर सटीकता से हमला करने की क्षमता है, जिससे भारत को अपनी सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
- सुरक्षा संबंधों में मजबूती:
- यह डील भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंधों को और भी मजबूत करेगी। अमेरिका भारत को अत्याधुनिक सैन्य तकनीक प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे भारत की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता में वृद्धि होगी।
- चीन और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया:
- भारत द्वारा इन ड्रोन की खरीद के बाद, चीन और पाकिस्तान के सुरक्षा विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की है। यह डील भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दोनों देशों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
- विशेष रूप से, पाकिस्तान की सैन्य रणनीति में यह डील एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी, क्योंकि भारत के पास अब अत्याधुनिक तकनीक होगी।
- भारत की रक्षा नीति:
- यह डील भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि वे अपने सशस्त्र बलों को आधुनिक तकनीक से लैस करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
- अंतिम चरण में डील:
- यह डील अमेरिकी सरकार और भारतीय रक्षा मंत्रालय के बीच कई महीनों की वार्ता के बाद अंतिम रूप में आई है। अब दोनों देशों के बीच इस समझौते को लागू करने की प्रक्रिया शुरू होगी।