हिंदू मूल्य, अमेरिकी निष्ठा… विवेक, तुलसी, जया और कश्यप ट्रंप राज में कितने पावरफुल?
अमेरिका में हिंदू समुदाय की बढ़ती ताकत और प्रभाव ने हाल के वर्षों में अमेरिकी राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। विशेष रूप से ट्रंप प्रशासन के तहत, हिंदुत्व के समर्थक और भारतीय-अमेरिकी नेता जैसे विवेक रामस्वामी, तुलसी गब्बार्ड, जया भट्टाचार्य और कश्यप ने अपनी भूमिका को और मजबूत किया है।
विवेक रामस्वामी का उदय
विवेक रामस्वामी, जो खुद को “प्राउड हिंदू” के तौर पर प्रस्तुत करते हैं, ने अपनी पहचान को अमेरिकी राजनीति में एक अलग दिशा देने का प्रयास किया है। रामस्वामी ने अपने विचारों और हिंदू मूल्यों को अमेरिकी राजनीति के मुख्यधारा में लाने का काम किया है, खासकर ट्रंप प्रशासन के समर्थन में।
तुलसी गब्बार्ड का प्रभाव
तुलसी गब्बार्ड, एक पूर्व अमेरिकी प्रतिनिधि और हिंदू धर्म के प्रति अपनी निष्ठा के लिए जानी जाती हैं, ने भी भारतीय-अमेरिकी समुदाय को राजनीति में और अधिक प्रभावशाली बनाने की दिशा में योगदान किया है। उनके विचार और कार्य, विशेष रूप से ट्रंप के समर्थन में, भारतीय-अमेरिकी वोटरों के बीच महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
जया भट्टाचार्य और कश्यप का योगदान
जया भट्टाचार्य और कश्यप जैसे अन्य भारतीय-अमेरिकी नेता भी ट्रंप प्रशासन के तहत अपनी स्थिति को मजबूत करने में सफल रहे हैं। वे विभिन्न प्रकार की नीति और सामाजिक मुद्दों पर अपनी आवाज उठा रहे हैं, जो भारतीय समुदाय के हित में हैं।
भारतीय-अमेरिकी समुदाय का उभरता हुआ प्रभाव
इस बढ़ते हुए प्रभाव से यह स्पष्ट होता है कि हिंदू समुदाय और भारतीय-अमेरिकी नेता अमेरिकी राजनीति में अपनी भूमिका को और प्रभावी बना रहे हैं। ट्रंप प्रशासन के तहत, ये नेता अपनी नीतियों और विचारों के साथ भारतीय संस्कृति और मूल्यों को अमेरिकी समाज में और अधिक प्रमुख बना रहे हैं।