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प्रोटीन के लिए नहीं खानी मीट और मछली? जानें 5 बेस्ट वेजिटेरियन फूड्स से कैसे पूरी करें जरूरत

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मीट-मछली और अंडा छोड़ने वालों की सबसे बड़ी चिंता

आजकल, लोग शाकाहारी भोजन की तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। बढ़ते वजन और बीमारियों के कारण वे मीट, मछली और अंडे जैसी चीजें छोड़ना चाहते हैं। लेकिन एक सवाल अक्सर परेशान करता है – “प्रोटीन की जरूरतें कैसे पूरी होंगी?” चिंता न करें। वेजिटेरियन फूड्स के जरिए भी आप प्रोटीन की भरपूर मात्रा हासिल कर सकते हैं। यहां जानिए 5 वेजिटेरियन सुपरफूड्स, जो प्रोटीन के साथ-साथ पोषण का खजाना हैं।


1. दाल: पोषण का खजाना

दाल को भारतीय आहार में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।

  • प्रोटीन की मात्रा: प्रति कप लगभग 18 ग्राम।
  • सेवन के तरीके:
    • सूप और स्ट्यू।
    • सलाद में मिलाकर।
    • मांस विकल्प के रूप में वेजी बर्गर में।

दाल न सिर्फ प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है बल्कि यह पाचन में भी मदद करती है।


2. सोयाबीन: शाकाहारी प्रोटीन का राजा

सोयाबीन को शाकाहारी प्रोटीन का राजा कहा जाता है।

  • प्रोटीन की मात्रा: प्रति 100 ग्राम लगभग 36 ग्राम।
  • सेवन के तरीके:
    • करी के रूप में।
    • सलाद या स्मूदी में।

सोयाबीन नियमित रूप से खाने से प्रोटीन की कमी नहीं होगी।


3. क्विनोआ: एक पूर्ण प्रोटीन फूड

क्विनोआ को “सुपरग्रेन” कहा जाता है।

  • प्रोटीन की मात्रा: पकने पर प्रति कप 8 ग्राम।
  • विशेषता:
    • इसमें सभी 9 आवश्यक अमीनो एसिड्स होते हैं।
  • सेवन के तरीके:
    • दलिया के रूप में।
    • सलाद में मिलाकर।
    • सूप में डालकर।

4. टोफू: पनीर जैसा लेकिन अलग

टोफू एक सोयाबीन-आधारित उत्पाद है, जो प्रोटीन का अच्छा स्रोत है।

  • प्रोटीन की मात्रा: आधा कप में लगभग 15 ग्राम।
  • सेवन के तरीके:
    • सब्जी या ग्रेवी में।
    • स्टिर-फ्राई व्यंजन में।

टोफू दिखने में पनीर जैसा लगता है, लेकिन स्वाद और पोषण में यह अलग है।


5. ग्रीक योगर्ट: प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स का मिश्रण

जो लोग डेयरी पसंद करते हैं, उनके लिए ग्रीक योगर्ट एक बेहतरीन विकल्प है।

  • प्रोटीन की मात्रा: 6 औंस में लगभग 10 ग्राम।
  • फायदे:
    • पाचन में मदद करता है।
    • प्रोबायोटिक्स से भरपूर।
  • सेवन के तरीके:
    • नाश्ते में।
    • स्मूदी में मिलाकर।
    • डेजर्ट के रूप में।

डॉक्टर की सलाह जरूरी

यह प्राकृतिक और घरेलू विकल्प प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए प्रभावी हैं। लेकिन अगर आपकी कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या है, तो किसी डॉक्टर या डाइटीशियन से सलाह जरूर लें।