दीवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, भारत का एक प्रमुख त्योहार है, जो सुख, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। इस वर्ष दीवाली पर पूजा करने के लिए विशेष मुहूर्त का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
दीवाली पूजा का मुहूर्त:
- स्थिर लग्न:
इस वर्ष दीवाली के दिन शाम 6:27 बजे से 8:23 बजे तक स्थिर लग्न रहेगा। - पूजा का समय:
इस समय के दौरान पूजा करने से देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। इस मुहूर्त की अवधि 1.56 घंटे है, जो बहुत शुभ मानी जाती है।
पूजा विधि:
- साफ-सफाई:
दीवाली से पहले अपने घर की सफाई करें और इसे अच्छे से सजाएं। - दीप जलाना:
पूजा के समय दीप जलाना न भूलें। घर के सभी कोनों में दीप जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। - पूजा सामग्री:
देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश के लिए फूल, फल, मिठाई, और धूप आदि का प्रयोग करें। - मंत्रों का जाप:
पूजा के दौरान लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप करें, जैसे:- “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
- “ॐ गं गणपतये नमः”
- प्रसाद वितरण:
पूजा के बाद प्रसाद बांटें और परिवार एवं दोस्तों के साथ इसे बांटें। इससे रिश्तों में मिठास बढ़ती है।