दिल्ली की हवा बेहद खराब, ठंड और कोहरे ने बढ़ाई मुश्किलें
दिल्ली में सर्दियों के साथ-साथ प्रदूषण का कहर भी जारी है। घने कोहरे, धुंध और खराब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ने राजधानी की स्थिति और गंभीर बना दी है। कई इलाकों का AQI 480 के पार पहुंच गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इसके चलते विजिबिलिटी (दृश्यता) केवल 50 मीटर तक रह गई है।
प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI:
दिल्ली के 37 प्रदूषण केंद्रों में से 32 का AQI ‘गंभीर’ स्तर पर दर्ज किया गया है। इससे स्पष्ट है कि हवा में जहरीले कणों की मात्रा तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्थिति का मुख्य कारण सर्दी के मौसम में तापमान में गिरावट, पराली जलाने और वाहनों से निकलने वाला धुआं है।
विजिबिलिटी में भारी गिरावट:
कोहरे और धुंध के कारण दिल्ली के कई इलाकों में विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो गई है। इस कारण सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ है और रेल व विमान सेवाओं में भी देरी दर्ज की गई है। सुबह के समय सड़कों पर वाहन चालकों को काफी सतर्कता बरतनी पड़ी।
स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव:
खराब हवा और धुंध का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि इस प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा या फेफड़े की बीमारियों से पीड़ित लोगों पर हो रहा है। लोगों को सलाह दी गई है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें।
IMD ने जारी किया येलो अलर्ट:
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली में बढ़ती ठंड और कोहरे को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अगले कुछ दिनों तक कोहरे और ठंड में और बढ़ोतरी की संभावना जताई है। इसके साथ ही, लोगों को ठंड से बचाव के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
सरकार के प्रयास:
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध और सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि इन प्रयासों को और प्रभावी बनाने की जरूरत है।
उपाय और जागरूकता:
विशेषज्ञों ने प्रदूषण से बचाव के लिए मास्क पहनने, पौधे लगाने और निजी वाहनों के उपयोग को कम करने की सलाह दी है। इसके साथ ही, सरकार को दीर्घकालिक समाधान के लिए ठोस नीति अपनाने की जरूरत है।
निष्कर्ष:
दिल्ली में ठंड और कोहरे के साथ प्रदूषण का खतरनाक स्तर राजधानीवासियों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। सरकार और जनता को मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए कदम उठाने होंगे। केवल सामूहिक प्रयासों से ही दिल्ली को इस संकट से उबारा जा सकता है।