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क्रिसमस की काली रात: सैंटा बनकर आया बाप और पूरे परिवार का किया खौफनाक अंत

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क्रिसमस का त्योहार और एक खौफनाक कहानी

क्रिसमस का त्योहार खुशियां, प्यार और परिवार के साथ बिताए गए अनमोल पलों के लिए जाना जाता है। लेकिन 2011 में टेक्सास के ग्रेपवाइन शहर में इस त्योहार ने एक खौफनाक मोड़ लिया। ‘क्रिसमस की राजधानी’ कहे जाने वाले इस शहर की खुशियों पर एक व्यक्ति की दरिंदगी ने सन्नाटा फैला दिया।

जब सैंटा बना मौत का फरिश्ता

यह दर्दनाक घटना अजीज यजदानपाना नाम के 56 वर्षीय व्यक्ति से जुड़ी है। अजीज, जो ईरानी मूल का था, अपनी पत्नी, दो बच्चों, साले, साली और उनकी बेटी के साथ क्रिसमस मना रहा था। सैंटा क्लॉज का भेष लेकर आए अजीज ने पूरे परिवार पर गोलियां बरसा दीं।

घटना से पहले, अजीज की 22 वर्षीय भतीजी ने अपने बॉयफ्रेंड को एक टेक्स्ट भेजा। इसमें लिखा था, “अंकल सैंटा के रूप में आए हैं। वह पिता जैसा बनने की कोशिश कर रहे हैं।” लेकिन सिर्फ 20 मिनट बाद, उस घर से गोलियों की आवाजें आने लगीं।

911 कॉल ने खोली सच्चाई

अजीज ने खुद 911 पर फोन कर हत्याओं की जानकारी दी। कॉल रिकॉर्डिंग में उसने “मदद” और “मैं लोगों को मार रहा हूं” कहते हुए अपना गुनाह कबूल किया। फोन कटने से पहले उसकी भारी सांसें और फिर गोली चलने की आवाज आई। इसके बाद अजीज ने खुद को भी गोली मार ली।

तनाव में दबा हुआ पिता

अजीज लंबे समय से अपने परिवार को लेकर तनाव में था। उसने अपने दोस्तों से कहा था कि उसकी साली का उसके परिवार पर बहुत प्रभाव है। अजीज को यह भी लगता था कि उसकी पत्नी और बच्चे उसकी बातों को अनसुना कर उसकी साली की बात मानते हैं।

पुलिस को मिला खौफनाक दृश्य

जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो घर में सात शव खून से लथपथ पाए गए। हर लाश सिर, छाती और पेट पर गोली लगने से बुरी तरह घायल थी। अजीज ने सबूत मिटाने की भी कोशिश की थी। उसने बंदूक अपने मृत साले के हाथ में रखने की कोशिश की ताकि मामला आत्मरक्षा जैसा लगे।

क्रिसमस का पर्व और खौफनाक यादें

यह घटना क्रिसमस की खुशियों को गहरे गम में बदल गई। परिवार, प्यार और खुशियों के इस त्योहार ने ग्रेपवाइन शहर में एक खौफनाक छाप छोड़ी।


यह कहानी हमें सिखाती है कि परिवार के बीच संवाद और समझ बेहद जरूरी है। किसी के भीतर पल रहा गुस्सा और तनाव कितना खतरनाक रूप ले सकता है, यह घटना उसकी मिसाल है।