दिल्ली में बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का खुलासा
डार्क वेब और क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जो डार्क वेब और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से मादक पदार्थों की तस्करी कर रहा था। इस गिरोह ने डिजिटल तकनीकों का सहारा लेकर अपनी गतिविधियों को छिपाने की कोशिश की।
मास्टरमाइंड गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में गिरोह के मास्टरमाइंड लोकेश ढींगरा उर्फ ‘लोकी’ को गिरफ्तार किया है। जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह डार्क वेब के जरिए ड्रग्स की खरीद-फरोख्त करता था और भुगतान क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से किया जाता था, जिससे उनकी गतिविधियों का पता लगाना बेहद मुश्किल हो जाता था।
तस्करी का जाल
गिरोह फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर ड्रग्स की खेप को देश के विभिन्न हिस्सों में भेजता था। इसके अलावा, यह नेटवर्क विदेशी स्रोतों से ड्रग्स मंगवाने और उन्हें घरेलू बाजार में बेचने में संलिप्त था।
पुलिस की बड़ी कामयाबी
गिरफ्तारी के दौरान, पुलिस ने बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ, फर्जी दस्तावेज, और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह सिंडिकेट अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर रहा था, लेकिन पुलिस की सतर्कता और कड़ी जांच ने इस गिरोह की गतिविधियों को रोक दिया।
अन्य सदस्यों की तलाश जारी
पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही इस नेटवर्क से जुड़े और भी लोग पकड़े जाएंगे।
तकनीकी अपराध पर लगाम
यह मामला दिखाता है कि कैसे तकनीकी माध्यमों का दुरुपयोग कर अपराध को अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल तस्करी के एक बड़े जाल को तोड़ा है, बल्कि समाज को एक बड़ी राहत भी दी है।