दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को मंगलवार को बवाना पुलिस थाने के बाहर उस समय रोक दिया गया, जब वह जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक से मिलने जा रही थीं। वांगचुक, जो कि एक जाने-माने पर्यावरण कार्यकर्ता हैं, को सोमवार रात हिरासत में लिया गया था, जब वह अपने समर्थकों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस की कार्रवाई:
आम आदमी पार्टी (आप) के एक बयान के अनुसार, आतिशी दोपहर करीब एक बजे बवाना पुलिस थाने पहुंचीं, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। पार्टी ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है और इसे अस्वीकृत बताया है।
सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित:
सोनम वांगचुक ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण के मुद्दों पर लगातार आवाज उठाई है, और उनकी हिरासत ने कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच चिंता पैदा की है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि सरकार ऐसे कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है, जो समाज के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
आतिशी का बयान:
आतिशी ने कहा कि वांगचुक का काम पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है और उन्हें हिरासत में लेना लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने मांग की कि वांगचुक को तुरंत रिहा किया जाए और उन्हें अपनी आवाज उठाने का मौका दिया जाए।
इस घटना ने एक बार फिर से सरकार की नीतियों और कार्यकर्ताओं की आवाज़ को दबाने के प्रयासों पर सवाल उठाए हैं। पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर चर्चा और कार्यवाही की आवश्यकता को देखते हुए, यह महत्वपूर्ण है कि सरकार कार्यकर्ताओं के अधिकारों का सम्मान करे और उन्हें अपनी बात रखने का अवसर दे।