13 सितंबर 2024: चीन के बढ़ते प्रभाव और उसके वैश्विक हितों के कारण अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) ने भारत पर अपनी रणनीतिक निर्भरता को बढ़ा दिया है। अमेरिका और ईयू ने भारतीय नेतृत्व और रणनीतिक क्षमता में विश्वास जताते हुए भारत को चीन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण साझेदार माना है।
भारत की बढ़ती भूमिका:
भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और उसकी रणनीतिक स्थिति ने उसे अमेरिका और ईयू के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार बना दिया है। भारत की बड़ी जनसंख्या, उसकी आर्थिक वृद्धि और सामरिक क्षमता ने उसे चीन के प्रभाव को सीमित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाने के योग्य बना दिया है।
अमेरिका और ईयू का भरोसा:
- सामरिक साझेदारी: अमेरिका और यूरोपीय संघ ने भारत के साथ अपने सामरिक संबंधों को मजबूत किया है। दोनों पक्षों ने साझा सुरक्षा चिंताओं और रणनीतिक लक्ष्यों के आधार पर सहयोग बढ़ाया है। भारत की बढ़ती सैन्य क्षमता और उसकी रणनीतिक स्थिति अमेरिका और ईयू के लिए एक आशाजनक सहयोगी बनाती है।
- आर्थिक अवसर: भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और उसका विशाल बाजार अमेरिका और ईयू के लिए महत्वपूर्ण हैं। दोनों क्षेत्रों के लिए भारत एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है, और यहां निवेश के अवसरों को देखते हुए उनकी भारतीय बाजार में गहरी रुचि है।
- चीन के खिलाफ सामूहिक दृष्टिकोण: चीन के बढ़ते प्रभाव और उसके क्षेत्रीय दावों को देखते हुए अमेरिका और ईयू ने एक सामूहिक दृष्टिकोण अपनाया है। भारत की भूमिका इस दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत ने चीन के खिलाफ ठोस और स्पष्ट नीतियों को अपनाया है।
- रणनीतिक साझेदारी की मजबूती: अमेरिका और ईयू ने भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को विभिन्न क्षेत्रों में विस्तारित किया है, जिसमें रक्षा, व्यापार, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन शामिल हैं। यह साझेदारी न केवल चीन के प्रभाव को सीमित करने में मदद करती है, बल्कि भारत को एक महत्वपूर्ण वैश्विक खिलाड़ी के रूप में उभारती है।
भारत की महत्वाकांक्षाएँ:
भारत ने भी अपनी वैश्विक महत्वाकांक्षाओं को स्पष्ट किया है और वैश्विक मुद्दों पर अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है। भारत ने क्षेत्रीय स्थिरता, सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए योगदान देने का संकल्प लिया है, जो अमेरिका और ईयू के साथ उसके संबंधों को और मजबूत बनाता है।
भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और अमेरिका तथा ईयू के साथ उसके मजबूत होते रिश्ते चीन के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। अमेरिका और ईयू का भारत पर भरोसा इसकी रणनीतिक महत्वता और वैश्विक स्थिति को दर्शाता है