दिल की बीमारियों का खतरा: समय पर पहचान है जरूरी
हार्ट ब्लॉकेज, जिसे कोरोनरी आर्टरी डिजीज भी कहा जाता है, आजकल आम समस्या बन गई है। जब हार्ट की धमनियों में प्लाक जमता है, तो ब्लड फ्लो बाधित होता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। इस लेख में हम आपको हार्ट ब्लॉकेज की पहचान करने के सरल घरेलू तरीकों के बारे में बताएंगे।
हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षण
दिल की बीमारियां अचानक नहीं होतीं। इनके शुरुआती लक्षण होते हैं:
- सीने में दर्द या भारीपन
- सांस लेने में तकलीफ
- सिर दर्द या चक्कर आना
- थकान और कमजोरी
- बेहोशी या ठंड लगना
इन संकेतों को नजरअंदाज न करें और समय पर डॉक्टर से परामर्श लें।
घर पर करें हार्ट हेल्थ की जांच
आप अपनी दिल की सेहत का आकलन घर पर ही कर सकते हैं। नीचे दिए गए आसान तरीके अपनाएं:
1. ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग
नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg होता है। अगर यह सामान्य से ऊपर या नीचे हो, तो यह दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है। नियमित रूप से ब्लड प्रेशर चेक करें।
2. हार्ट रेट ट्रैक करें
एक मिनट में 60 से 100 हार्ट बीट सामान्य मानी जाती है। अपनी कलाई पर दो उंगलियां रखकर हार्ट रेट मॉनिटर करें। हार्ट रेट का अचानक तेज या धीमा होना चिंता का कारण हो सकता है।
3. सीढ़ियों का टेस्ट करें
रिसर्च के अनुसार, अगर आप 90 सेकंड में 60 सीढ़ियां चढ़ पाते हैं, तो आपकी हार्ट हेल्थ अच्छी है। अगर आपको सीढ़ियां चढ़ने में सांस फूलती है, तो यह हार्ट ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है।
4. उंगलियों से ब्लॉकेज टेस्ट
सोशल मीडिया पर लोकप्रिय यह तरीका सरल है। रिंग फिंगर और लिटिल फिंगर को दबाकर मिडिल फिंगर को हथेली तक छूने की कोशिश करें। अगर कलाई में दर्द होता है, तो यह दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है।
हार्ट ब्लॉकेज का खतरा बढ़ाने वाले कारक
हार्ट ब्लॉकेज के खतरे को बढ़ाने वाले कुछ प्रमुख कारण हैं:
- स्मोकिंग
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- डायबिटीज
- मोटापा
इन स्थितियों से बचाव के लिए हेल्दी डाइट और नियमित व्यायाम अपनाएं।
नियमित जांच क्यों है जरूरी?
हार्ट की बीमारियां समय पर जांच और इलाज से रोकी जा सकती हैं। घरेलू परीक्षण एक संकेत दे सकते हैं, लेकिन डॉक्टर से परामर्श अनिवार्य है।
Disclaimer
यह लेख केवल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।