अमेरिकी संसद में विधेयक: पाकिस्तान को गैर-नाटो सदस्य का दर्जा खत्म करने की मांग
अमेरिका में पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा कदम
अमेरिका में एक नए विधेयक के जरिए पाकिस्तान का प्रमुख गैर-नाटो सदस्य का दर्जा खत्म करने की मांग की गई है। रिपब्लिकन पार्टी के वरिष्ठ सांसद एंडी बिग्स ने अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में यह विधेयक पेश किया। इसमें यह कहा गया है कि यदि पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क पर सख्त कार्रवाई नहीं करता, तो उसे गैर-नाटो सदस्य का दर्जा जारी नहीं रहना चाहिए।
प्रमाणपत्र जारी करने की शर्तें
विधेयक के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति को प्रमाणपत्र जारी करना होगा, जिसमें यह स्पष्ट किया जाए कि पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क को अपने देश में पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल करने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। इसके साथ ही, पाकिस्तान को यह भी दिखाना होगा कि वह अफगान सरकार के साथ सीमा पर आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
हक्कानी नेटवर्क और ISI का कनेक्शन
हक्कानी नेटवर्क को अमेरिका में आईएसआई की एक अहम शाखा माना जाता है। इस विधेयक में पाकिस्तान की नीतियों और उसके आतंकवादियों को पनाह देने के रवैये को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है। सांसदों का मानना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाता, उसे गैर-नाटो सदस्य के विशेषाधिकार का लाभ नहीं मिलना चाहिए।
पहले भी पेश हुआ है ऐसा विधेयक
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का विधेयक पेश किया गया है। एंडी बिग्स ने 2019 में भी इसी तरह का विधेयक प्रस्तुत किया था। हालांकि, यह विधेयक आगे नहीं बढ़ पाया। इसके बावजूद, इसे पेश करना पाकिस्तान के प्रति अमेरिकी सांसदों की नाराजगी को दर्शाता है।
पाकिस्तान पर संभावित असर
यदि यह विधेयक पास होता है, तो पाकिस्तान को आर्थिक और रणनीतिक दोनों ही क्षेत्रों में बड़ा झटका लग सकता है। गैर-नाटो सदस्य का दर्जा खत्म होने से पाकिस्तान को मिलने वाली कई सुविधाएं रुक सकती हैं।
निष्कर्ष
अमेरिका और पाकिस्तान के संबंधों में इस विधेयक से नया मोड़ आ सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिकी संसद में इस विधेयक को कितनी गंभीरता से लिया जाता है और क्या इसे पास होने का मौका मिलता है।