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दिसंबर की ठंड थी ट्रेलर, जनवरी में और बढ़ेगी ठिठुरन – IMD का अलर्ट

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दिसंबर की ठंड थी सिर्फ शुरुआत, जनवरी में पड़ेगी जबरदस्त ठंड

नए साल की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत में ठंड का सितम और बढ़ गया है। दिसंबर में हुई भारी बारिश और बर्फबारी के बाद अब जनवरी में भी ठंड का प्रकोप बढ़ने के आसार हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि जनवरी के पहले सप्ताह में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेंगे, जिससे उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भारी बर्फबारी और बारिश हो सकती है।


क्यों बढ़ रही है ठंड?

1. पश्चिमी विक्षोभ का असर

दिसंबर में कुल सात पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहे, जिसने सामान्य से 73% अधिक बारिश कराई। ये तूफान उत्तर भारत में सर्दी और बारिश के मुख्य कारण हैं।

2. अत्यधिक बारिश और बर्फबारी

दिसंबर में तीन प्रमुख तूफानों के कारण हिमालयी क्षेत्रों में व्यापक बर्फबारी और मैदानी इलाकों में लगातार बारिश हुई।

3. आर्कटिक ठंडी हवाएं

उत्तर-पश्चिम से आने वाली बर्फीली हवाओं ने पूरे उत्तर भारत में पारा गिरा दिया है।


जनवरी के लिए IMD का पूर्वानुमान

1. भारी बर्फबारी का अलर्ट

जनवरी के पहले सप्ताह में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी की संभावना है।

2. मैदानी इलाकों में बारिश

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, और उत्तर प्रदेश में 5-7 जनवरी के बीच बारिश का पूर्वानुमान है।

3. शीत लहर और कोहरा

उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में शीत लहर और घने कोहरे का प्रकोप अगले दो दिनों तक बना रहेगा।

4. न्यूनतम तापमान में गिरावट

10-16 जनवरी के बीच न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना है, जिससे शीत लहर और तीव्र हो सकती है।


किसे होगा सबसे अधिक असर?

1. किसानों पर प्रभाव

भारी बारिश और शीत लहर के कारण रबी फसलों को नुकसान हो सकता है।

2. पर्यटकों पर असर

बर्फबारी के कारण हिमाचल और उत्तराखंड जैसे राज्यों में यातायात बाधित हो सकता है।

3. स्वास्थ्य पर प्रभाव

शीत लहर और ठंड के कारण बच्चों और बुजुर्गों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।


IMD की सलाह

  • अत्यधिक ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें और हीटर का इस्तेमाल करें।
  • कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
  • मौसम की ताजा जानकारी के लिए IMD की वेबसाइट और अपडेट्स पर नजर रखें।

निष्कर्ष

उत्तर भारत में इस बार सर्दी का कहर पहले से ज्यादा तीव्र है। IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, जनवरी के महीने में बर्फबारी और बारिश से ठंड और बढ़ेगी। इससे बचने और तैयार रहने के लिए समय पर उचित कदम उठाना बेहद जरूरी है।