ISIS के झंडे वाले ट्रक से 15 लोगों को कुचलने वाला शम्सुद्दीन जब्बार: कौन था वह?
गाड़ी में ISIS का झंडा: न्यू ऑर्लियंस में हमले की पूरी कहानी
न्यू ऑर्लियंस में नए साल के जश्न के दौरान हुई एक भयावह घटना ने 15 मासूम लोगों की जान ले ली। हमलावर की पहचान 42 वर्षीय शम्सुद्दीन जब्बार के रूप में हुई, जो अमेरिकी सेना का पूर्व कर्मचारी था। उसने एक ट्रक के जरिए भीड़ को कुचल दिया और पुलिस व लोगों पर गोलीबारी की।
हमलावर की पहचान और बैकग्राउंड
एफबीआई के अनुसार, शम्सुद्दीन जब्बार का जन्म टेक्सास में हुआ था। जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद, उसने डेलॉय जैसी बड़ी कंपनी में काम किया। इसके साथ ही उसने करीब 10 साल तक अमेरिकी सेना में एचआर और आईटी विशेषज्ञ के रूप में सेवाएं दीं।
हालांकि, उसकी निजी जिंदगी में काफी उथल-पुथल थी। दो असफल शादियों और आर्थिक संकट ने उसे परेशान कर दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने हाल ही में इस्लाम धर्म अपनाया था और कट्टर विचारधारा से प्रभावित हो रहा था।
ट्रक पर ISIS का झंडा और बम
हमले के लिए इस्तेमाल किया गया ट्रक किराए पर लिया गया था। इस ट्रक पर आतंकी संगठन ISIS का झंडा लगा हुआ था, जो इसे सीधे आतंकवादी साजिश से जोड़ता है। घटना के वीडियो में ट्रक में तीन पुरुष और एक महिला को आईईडी रखते हुए देखा गया है। जांच में ट्रक से हथियार और बम भी बरामद हुए हैं।
हमले की जांच
एफबीआई और स्थानीय पुलिस इस घटना को आतंकवादी हमला मानकर जांच कर रही हैं। एफबीआई एजेंट एलेथिया डंकन ने कहा, “हम मानते हैं कि जब्बार अकेला नहीं था। इस घटना में कई लोग शामिल हो सकते हैं।”
राष्ट्रपति बाइडेन का बयान
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे भयावह करार दिया। उन्होंने जांच के लिए हर संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
निष्कर्ष
न्यू ऑर्लियंस की यह घटना न केवल आतंकवाद की क्रूरता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कट्टरपंथ कैसे किसी को अपराध की ओर ले जा सकता है। इस हमले की सच्चाई और इसके पीछे के असली मकसद का पता जांच पूरी होने के बाद ही चलेगा।