अजरबैजान प्लेन क्रैश: पक्षी टकराने और ऑक्सीजन टैंक फटने से 42 की मौत

अजरबैजान प्लेन क्रैश: पक्षी टकराने और ऑक्सीजन टैंक फटने से 42 की मौत
Spread the love

इंजन से पक्षी टकराने के बाद फट गया ऑक्सीजन टैंक

अजरबैजान में बड़ा विमान हादसा हुआ, जिसमें 42 लोगों की जान चली गई। अजरबैजान एयरलाइंस का एम्ब्रेयर E190AR विमान, जो बाकू से रूस के सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था, उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

कैसे हुआ हादसा?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेकऑफ़ के तुरंत बाद विमान के इंजन से पक्षियों का एक झुंड टकरा गया। इस घटना के बाद विमान का बैलेंस बिगड़ गया। पक्षी टकराने के प्रभाव से इंजन खराब हो गया और विमान के ऑक्सीजन टैंक में विस्फोट हो गया। इसके कारण विमान का नियंत्रण पूरी तरह खत्म हो गया और वह जमीन पर गिरकर क्रैश हो गया।

मौके पर कैसा था मंजर?

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के समय विमान आग के गोले में तब्दील हो गया। विमान के गिरने से आसपास के इलाकों में धुएं का गुबार छा गया। स्थानीय आपदा प्रबंधन दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा, लेकिन अधिकांश यात्रियों को बचाया नहीं जा सका।

42 लोगों की मौत की पुष्टि

अब तक इस हादसे में 42 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें 36 यात्री और 6 क्रू मेंबर शामिल हैं। कुछ घायल यात्रियों को अस्पताल ले जाया गया है, लेकिन उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

एयरलाइंस की प्रतिक्रिया

अजरबैजान एयरलाइंस ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। एयरलाइंस के प्रवक्ता ने कहा कि विमान पूरी तरह से तकनीकी रूप से फिट था और इसे नियमित जांच के बाद उड़ान के लिए अनुमति दी गई थी। एयरलाइंस ने हादसे की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है।

विमान हादसे के कारणों की जांच जारी

अजरबैजान की सरकार और एविएशन अथॉरिटी इस हादसे की जांच कर रही हैं। प्रारंभिक जांच में पक्षियों के टकराव और ऑक्सीजन टैंक फटने को हादसे की मुख्य वजह बताया गया है। विमान से मिले ब्लैक बॉक्स की जांच के बाद हादसे के और भी कारण स्पष्ट हो सकते हैं।

विमान यात्रियों की सुरक्षा पर उठे सवाल

इस हादसे ने विमान यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पक्षियों के टकराने की घटनाएं आम हैं, लेकिन इतनी गंभीर दुर्घटना होना असामान्य है। सुरक्षा मानकों की फिर से समीक्षा की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है।

निष्कर्ष

अजरबैजान प्लेन क्रैश में हुई जानलेवा त्रासदी ने विमान सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। 42 जिंदगियों का नुकसान न केवल पीड़ित परिवारों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक दुखद घटना है। इस हादसे की जांच और इससे सीखने के उपाय भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहद जरूरी हैं।