HDFC बैंक का नया झटका: MCLR रेट बढ़ा, EMI पर असर
देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, HDFC ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। बैंक ने एमसीएलआर (Marginal Cost of Funds Based Lending Rate) में 0.05 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है, जिससे ग्राहकों की होम लोन और कार लोन की EMI बढ़ने की संभावना है। यह बढ़ोतरी 7 दिसंबर से लागू हो गई है।
एमसीएलआर रेट में बदलाव से क्या असर होगा?
बैंक ने ओवरनाइट पीरियड की ब्याज दर में बदलाव करते हुए इसे 9.15 फीसदी से बढ़ाकर 9.20 फीसदी कर दिया है। इसका मतलब है कि जिन ग्राहकों के पास फ्लोटिंग रेट वाले लोन हैं, उनकी ब्याज दरों में वृद्धि होगी, और नतीजतन उनकी EMI भी बढ़ जाएगी। हालांकि, बैंक ने अन्य पीरियड की लोन दरों को स्थिर रखा है।
किसे होगा असर?
HDFC बैंक के होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन लेने वाले मौजूदा ग्राहकों को इस बढ़ोतरी से अपनी EMI में इजाफा देखना पड़ेगा। वहीं, जो नए ग्राहक बैंक से लोन लेंगे, उन्हें महंगे ब्याज दरों का सामना करना होगा।
PayZapp यूजर्स को भी झटका
इससे पहले, HDFC बैंक ने अपने PayZapp वॉलेट यूजर्स को भी झटका दिया था। 6 दिसंबर से, बैंक ने नोटिफिकेशन भेजकर जानकारी दी कि अब क्रेडिट कार्ड से PayZapp वॉलेट में पैसे लोड करने पर 2.5% + GST का चार्ज लिया जाएगा। पहले यह चार्ज 1.5% था। हालांकि, यूपीआई या डेबिट कार्ड के जरिए पैसे ऐड करने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
HDFC के लोन और PayZapp पर नए बदलाव
HDFC बैंक के ग्राहकों को अब लोन के साथ-साथ PayZapp वॉलेट पर भी अतिरिक्त चार्जेस का सामना करना पड़ेगा। बैंक की यह नई नीति लोन लेने वालों और डिजिटल ट्रांजैक्शन करने वालों दोनों को प्रभावित करेगी।
यह बदलाव HDFC बैंक के ग्राहकों के लिए चिंता का विषय बन सकता है, खासकर जिनके पास फ्लोटिंग रेट लोन हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि ग्राहक अपने लोन की दरों और EMI को ध्यान से देखें और बैंक द्वारा दिए गए नए नियमों के तहत अपनी वित्तीय योजनाओं को अनुकूलित करें।