दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) ने केंद्र सरकार की ‘आयुष्मान भारत’ योजना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस स्वास्थ्य योजना में गरीब और वंचित परिवारों को 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जाता है। हाल ही में AAP ने इस योजना की सीमित राशि और इसके कार्यान्वयन पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
AAP का सवाल: 5 लाख रुपये की सीमा क्यों?
AAP के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “5 लाख रुपये की सीमा क्यों लगाई जाए, जब हम दिल्ली में नागरिकों को अनलिमिटेड इलाज मुहैया करा सकते हैं?” उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवाओं और मुफ्त इलाज की व्यवस्था को बेहतर बताते हुए कहा कि ‘आयुष्मान भारत’ योजना में 5 लाख रुपये की सीमा अपर्याप्त है और इसमें सुधार की आवश्यकता है।
AAP का अपना मॉडल: मुफ्त इलाज और मोहल्ला क्लीनिक
AAP सरकार के मुताबिक, दिल्ली में पहले से ही सभी निवासियों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है, जिसमें अस्पतालों में निःशुल्क दवाइयां, जांच, और ऑपरेशनों की सुविधा भी शामिल है। मोहल्ला क्लीनिक के जरिए घर-घर तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं। AAP का कहना है कि इस मॉडल को अपनाकर अन्य राज्य भी अपने नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा सकते हैं।
केंद्र पर निशाना
AAP ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘आयुष्मान भारत’ योजना राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से बनाई गई है, जिसमें गरीबों को असल फायदा नहीं मिल रहा है। दिल्ली सरकार के अनुसार, इस योजना की फंडिंग और क्लेम प्रक्रिया जटिल है, जिससे लाभार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
क्या है ‘आयुष्मान भारत’ योजना?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ का उद्देश्य गरीब और वंचित परिवारों को 5 लाख रुपये तक का सालाना स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में लाभार्थी इलाज करा सकते हैं। केंद्र सरकार का दावा है कि इस योजना से लाखों लोगों को राहत मिली है और उन्हें महंगे इलाज का खर्च नहीं उठाना पड़ा है।
AAP की मांग: योजना में संशोधन की जरूरत
AAP ने ‘आयुष्मान भारत’ योजना में सुधार की मांग की है और कहा है कि 5 लाख रुपये की सीमा को हटाकर इसे अधिक समावेशी बनाया जाए। साथ ही, AAP ने देशभर में दिल्ली मॉडल की तरह स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया है।